नईदिल्ली: आपको हमेशा से ही 500 और 2000 रुपए के नोट के नकली होने का हल्का सा भ्रम रहता है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने इन्हीं परेशानियों के देखते हुए एक नया Mani ऐप लांच किया है. ‘मोबाइल एडेड नोट आइडेंटिफायर’ (मनी) – Mani App (Mobile Aided Note Identifier) ऐप के जरिए आप नकली और असली नोटों की पहचान कर सकेंगे. नया ऐप महात्मा गांधी सीरीज और महात्मा गांधी (न्यू) सीरीज के बैंक नोटों की पहचान करने में पूरी तरह से कारगर है.
नोट के किसी भी हिस्से से हो जाएगी पहचान
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांता दास ने एक जनवरी को इस ऐप को जारी करते हुए कहा कि Mani नकली नोटों को पहचानने के लिए ही है. ऐप नोट के दोनो तरफ से किसी भी हिस्से से पहचान करने में कारगर है. साथ ही यह एक बार मोड़कर रखे नोटों की भी पहचान कर सकता है. ऐप नोट को किसी भी एंगल से स्कैन करने और कम रोशनी में ही असली-नकली पहचान सकता है. नोट को पूरी तरह से स्कैन करने के बाद ऐप आपको अंग्रेजी और हिंदी दोनो भाषाओं में नोट का मूल्य बताएगा.
एप्पल और एंड्रायड फोन के साथ है कॉम्पेटिबल
नया Mani ऐप एप्पल और एंड्रायड दोनो ही ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ कॉम्पेटिबल है. आप इसे गूगल ऐप Google play App और iOs App Store से खोज कर डाउनलोड कर सकते हैं. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने ‘मनी’ नाम से एक मोबाइल ऐप जारी किया है जिसकी मदद से दृष्टिबाधित लोग भी करेंसी नोट का मूल्य जान सकेंगे. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांता दास ने बुधवार को ‘मोबाइल एडेड नोट आइडेंटिफायर’ (मनी) ऐप जारी किया. एक बार इंस्टाल करने के बाद ऐप के इस्तेमाल के लिए इंटरनेट कनेक्शन की जरूरत नहीं होगी. इस नए ऐप से सबसे ज्यादा दृष्टिहीन या बुजुर्गो को मदद मिलेगी. ऐप किसी भी नोट में उभरी हुई प्रिंटिंग और छुपे हुए सिक्योरिटी फीचर को स्कैन करने में सक्षम है.
Bureau Report
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