नईदिल्ली: जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में रविवार को हुई हिंसा के पीछे किसका हाथ था. यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा. लेकिन पिछले कई दिनों से यहां लेफ्ट छात्र संगठन फीस वृद्धि को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे. प्रशासन के कई बार आश्वसान के बाद भी लेफ्ट संगठनों के छात्रों की वजह से पिछले डेढ़ महीने से यूनिवर्सिटी में लॉक डाउन चल रहा था. शनिवार (4 जनवरी) को स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज (SIS) खोला गया. लेकिन लेफ्ट छात्र गुट लगातार इसके खुलने का विरोध करते दिखाई दिए. पिछले काफी दिनों से चले आ रहे लॉक डाउन की वजह से यहां छात्र पढ़ाई नहीं कर पा रहे थे और ये छात्र मांग कर रहे थे कि पढ़ाई दोबारा शुरू की जाए.
लेकिन लेफ्ट के छात्रों किसी भी तरह से यूनिवर्सिटी खोले जाने और नए सेशन के एडमिशन प्रोसेस को शुरू करवाने के समर्थन में नहीं दिखे. इन छात्रों ने एडमिन ब्लॉक में बने पूरे जेएनयू के सर्वर रूम (CIS- communication and service system) पर ताला लगा दिया था. ये जेएनयू का वह सर्वर रूम में जिसमें नए समेस्टर के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया जा रहा था. अब छात्र उसी रूम के बाहर ताला लगाकर बैठे हैं. छात्रों का कहना है की बढ़ी हुई फीस और हॉस्टल चार्ज वापिस लो इसके बाद ही नए सेमिस्टर के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू किया जाए. बता दें कि जेएनयू में नए सेमेस्टर के लिए 1 जनवरी से रजिस्ट्रेशन शुरू होता है . कुछ छात्र गुट इसका बॉयकॉट करने के लिए विरोध किया था.
इससे बचने के लिए जेएनयू प्रसाशन ज़्यादातर स्टूडेंट्स रेजिस्ट्रेशन कर पाए वो भी बिना किसी के दबाव के तो इसके लिए ऑनलाइन सुविधा उपलब्ध करवाता है . जब पता चलता है कि स्टूडेंट्स ऑनलाइन रजिस्टर कर रहे है तो ये दबाव डालने वाले गुट प्रोसेस को रोकने के लिए पूरे ऑनलाइन सिस्टम को ही डाउन करने पहुंच जाते है .
4 जनवरी को सुबह 1 बजे जेएनयू इन्फॉर्मेशन सेंटर में मास्क पहन कर कुछ लोगों ने सारे स्टाफ़ को बाहर कर देते है और रेजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को ठप्प कर दिया. WIFI और बिजली तक को बंद कर दिया. (जिन लोगों ने किया उनकी पहचान नहीं हुई है ) गार्ड से भी हाथापाई हुई . इससे पहले परीक्षा के समय भी जेएनयू में स्टूडेंट्स को बैठने से रोकने के लिए ये गुट आ खड़े हुए थे .जेएनयू प्रशाशन इन लोगो के खिलाफ कार्रवाई भी करने जा रहा है .
फिलहाल दिसंबर में जो परीक्षा नही हो पाई थी वो 20 जनवरी को होंगी . होस्टल चार्ज लागू नही हो रहे अभी. 40 साल में 290 रुपये फीस बड़ा है रूम रेंट! और कुछ लोगो उसको भी रोल बैक करने की मांग कर रहे है ! 300 रुपये महीने में रूम रेंट है फिलहाल . लेकिन कुछ गुट आज भी हज़ारो बच्चो के भविष्य के साथ खेल रहे है .
Bureau Report
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