नईदिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ बीते 34 दिनों से दिल्ली के शाहीन बाग में धरना-प्रदर्शन के नाम पर रास्ता रोके बैठी महिलाओं से एक बार फिर दिल्ली पुलिस ने सड़क खाली करने की अपील की है. दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शनकारी से अपील करते हुए कहा कि हम फिर से प्रदर्शनकारियों से आग्रह करते हैं कि वे जनहित में सहयोग करें और रास्ते को खाली कर दें. बता दें कि इससे पहले भी पुलिस ने शाहीन बाग में नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रही महिलाओं से सड़क से हटने की अपील की थी, लेकिन प्रदर्शनकारी महिलाएं हटने को तैयार नहीं हैं.
दिल्ली पुलिस ने ट्वीट कर कहा, ‘हम प्रदर्शनकारियों से फिर से अपील करते हैं कि वो शाहीन बाग की रोड संख्या-13 के बंद होने से दिल्ली-NCR के निवासियों, वरिष्ठ नागरिकों, मरीजों और स्कूल जाने वाले बच्चों को होने वाली दिक्कतों के बारे में समझें. यह मामला दिल्ली हाईकोर्ट के समक्ष भी आ चुका है’.
उधर, जहां इस सड़क के बंद होने से जहां दिल्ली-नोएडावासी परेशान हैं, वहीं अब इसका असर पड़ोसी राज्यों से दिल्ली में आ रहे कमर्शियल वाहनों पर दिख रहा है. दिल्ली से लगे 124 बॉर्डरों पर कमर्शियल वाहनों की नो एंट्री से करोड़ों रुपये के टोल टैक्स पर चपत लग रही है. बता दें कि शाहीन बाग में बीते 34 दिनों से CAA और NRC के खिलाफ लोग खासकर महिलाएं सड़क पर ही धरने पर बैठे हैं.
रोजाना बॉर्डर प्वॉइंट्स से 1800 ट्रक गुजरते हैं, लेकिन मथुरा रोड- कालिंदी कुंज का रास्ता बंद होने से पूरे ट्रैफिक को बाकि ब़ॉर्डर के जरिये प्रवेश की इजाजत दी जा रही है. दिल्ली में जिन ट्रकों की एंट्री होता है, वह जरूरी साजो-सामाने लाते- ले जाते हैं. ऐसे में इन सभी ट्रकों के रास्ते बदलकर डीएनडी बॉर्डर पर डायवर्ट किया जा रहा है.
बीते 34 दिनों से प्रदर्शनकारियों ने रास्ता पूरी तरह से बंद कर रखा है. नतीजतन लोग कई किलोमीटर लंबे जाम में फंसे रहते हैं. इस प्रदर्शन का असर केवल ट्रैफिक पर ही नहीं, बल्कि शाहीन बाग इलाके में मौजूद अस्पताल, स्कूल और बिजनेस और अन्य सभी जरूरी चीजों पर पड़ रहा है. यानि व्यापार, कामकाज और इमरजेंसी सेवाएं इससे बाधित हैं.
Bureau Report
Leave a Reply