नईदिल्ली: देशभर में तमाम विरोध के बीच नागरिकता संशोधन कानून शुक्रवार से लागू हो गया. केंद्र सरकार ने इसकी गजट नोटिफिकेशन लागू कर दी है. बता दें इस कानून के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन हुए हैं.
दिल्ली सहित कई शहरों में अब भी इस कानून का विरोध जारी है. बता दें यह कानून तीन पड़ोसी देशों पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफ़ग़ानिस्तान से भारत आने वाले छह धार्मिक समूहों हिंदू, सिख, बौद्ध, पारसी, जैन और ईसाइयों के लिए भारत की नागरिकता मिलने के रास्ते खोलता है लेकिन मुसलमानों को इस विधेयक के दायरे से बाहर रखा गया है.
सीएए का विरोध अदालत तक पहुंच गया है. सुप्रीम कोर्ट बुधवार (8 जनवरी) को देशभर के विभिन्न उच्च न्यायालयों में सीएए की संवैधानिक वैधता को चुनौती देने वाली सभी जनहित याचिकाओं को शीर्ष अदालत में स्थानांतरित करने की केंद्र सरकार की याचिका पर सुनवाई करने के लिए सहमत हो गया.
बीजेपी ने शुरू किया जागरुकता अभियान
सीएए को लेकर बीजेपी जन जागरण अभियान भी शुरू किया है. पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने इसकी शुरुआत दिल्ली के रविवार (5 जनवरी) को लाजपत नगर से की. शाह इस सिलसिले में लाजपत नगर के छह घरों में गए और नागरिकता कानून के बारे में उन्हें जानकारी दी. बीजेपी ने इस अभियान के तहत तीन करोड़ लोगों तक पहुंचने का लक्ष्य रखा है.
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