राम मंदिर ट्रस्ट / 17 लोगों की सूची तैयार, सदस्यों में ज्यादातर आंदोलन से जुड़े संत-महंतों के नाम; घोषणा 30 तक होगी

राम मंदिर ट्रस्ट / 17 लोगों की सूची तैयार, सदस्यों में ज्यादातर आंदोलन से जुड़े संत-महंतों के नाम; घोषणा 30 तक होगीनईदिल्ली: अयोध्या में राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण करवाने वाले ट्रस्ट के 17 सदस्यों की सूची तैयार है। विहिप सूत्रों के अनुसार सूची में आधे से ज्यादा सदस्य मंदिर आंदोलन से जुड़े रहे अयोध्या के संत-महंत हैं। विहिप पदाधिकारियों का भी ट्रस्ट में दबदबा रहेगा। वहीं, आरएसएस के कुछ पदाधिकारी और धार्मिक-सामाजिक क्षेत्र में कार्यरत विद्वान भी सदस्य बनेंगे। सूत्रों के मुताबिक ट्रस्ट में 16 या 17 सदस्य होंगे। इस पर अभी अंतिम फैसला बाकी है।

सुप्रीम कोर्ट ने मंदिर के लिए ट्रस्ट बनाने और मस्जिद के लिए 5 एकड़ जमीन देने की प्रक्रिया 3 महीने में पूरी करने के निर्देश दिए थे। केंद्र सरकार के पास इसके लिए 16 दिन बचे हैं। सूत्रों के अनुसार ट्रस्ट और मस्जिद के लिए जमीन के विकल्पों पर 30 जनवरी तक फैसला हो जाएगा। 31 जनवरी से शुरू हो रहे संसद के बजट सत्र में ट्रस्ट से जुुड़ा बिल पेश होने की पूरी संभावना है। 

महंत नृत्यगाेपाल दास और पेजावर मठ के प्रमुख भी ट्रस्ट में शामिल होंगे

सूत्रों के अनुसार संरक्षक मंडल और मुख्य कार्यकारी अधिकारी के अलावा राम मंदिर ट्रस्ट में 16-17 सदस्य रहेंगे। संभावित नाम हैं।

  • अयाेध्या से: श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास, निर्माेही अखाड़ा के महंत दिनेंद्र दास, दिगंबर निर्वाणी अणी अखाड़ा के महंत सुरेश दास, बड़ा स्थान के महंत अवधेश दास, सद् गुरु सदन के महंत सियाकिशोरी शरण दास, रामानुज संप्रदाय कौशलेश सदन के महंत वासुदेवाचार्य अाैर अशर्फी भवन के महंत श्रीधराचार्य का नाम ट्रस्ट के सदस्यों की सूची में होने की संभावना है।
  • देश के अन्य हिस्साें से: कर्नाटक के उडुपी स्थित पेजावर मठ के 33वें प्रमुख विश्वप्रसन्ना तीर्थ, ज्योतिष पीठ बद्रिका आश्रम के श्री स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती, गोविंदगिरी महाराज और योगी आदित्यनाथ की गोरक्ष पीठ गोरखपुर के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे।
  • विहिप से: कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार, उपाध्यक्ष और श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट के सचिव चंपत राय, ओम प्रकाश सिंघल काे भी जगह मिलने की संभावना है।

ट्रस्ट का संरक्षक मंडल रहेगा

इसमें प्रधानमंत्री, गृह मंत्री के अलावा यूपी के राज्यपाल और मुख्यमंत्री शामिल हो सकते हैं।

मंदिर के लिए निर्माण समिति बनेगी

इसमें ट्रस्ट के सदस्य ही शामिल रहेंगे। इस समिति में आरएसएस का भी कोई प्रतिनिधि शामिल हो सकता है।

अयाेध्या फैसले के खिलाफ क्यूरेटिव पिटीशन दायर
अयाेध्या विवाद पर सुप्रीम काेर्ट के पांच जजाें की संविधान पीठ के फैसले के खिलाफ उत्तरप्रदेश की पीस पार्टी ने क्यूरेटिव पिटीशन दायर की है। गत 9 नवंबर के फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिकाएं 11 दिसंबर काे ही कोर्ट खारिज कर चुका है। पीस पार्टी सुप्रीम कोर्ट में चले मूल मामले में पक्षकार नहीं थी।

Bureau Report

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