100 साल का हुआ मुंबई का ‘क्वीन नेकलेस’, दुनिया के सबसे खूबसूरत मरीन ड्राइव में है शुमार

100 साल का हुआ मुंबई का 'क्वीन नेकलेस', दुनिया के सबसे खूबसूरत मरीन ड्राइव में है शुमारमुंबई: किसी मुंबई में रहने वाले से पूछिए कि वह अपनी शाम कहां पर बिताना चाहता है, तो उसकी जुबां पर पहला नाम आएगा- ‘मरीन ड्राइव.’ समंदर का किनारा, रोशनी से भरी सड़कें, गगनचुंबी इमारतें, एक तरफ अथाह समंदर और दूसरी तरफ से दिखाई देता शहर. यही है मुंबई के नरीमन प्वाइंट की खूबसूरती, जो हर किसी को अपनी तरफ खींच लेती है. इतना ही नहीं, जब शाम के वक्त इसकी स्ट्रीट लाइटें चलती हैं तो यह पूरा इलाका किसी रानी के गले के हार के माफिक दिखाई देता है. शायद इसी कारण इसे ‘क्वीन नेकलेस’ नाम दिया गया है.

मुंबई के गिरगांव चौपाटी से नरीमन प्वाइंट तक की सड़क को मरीन ड्राइव के नाम से जाना जाता है. शहर और सागर के बीच बनी छोटी दीवार को बनाने का काम आज से तकरीबन 100 साल पहले ब्रिटिश काल में शुरू हुआ था. इसे बनाने में 5 साल लग गए और और ये साल 1920 में पूरा किया गया. आपको मालूम हो कि जब इसकी शुरुआत हुई थी तब इसे एक (Faulty Project) माना गया था. मगर निर्माण के 72 साल तक इसे कभी किसी तरह की की मरम्मत की ज़रूरत नहीं पड़ी

100वें साल में प्रवेश
साल 2020 में  मरीन ड्राइव का ऐतिहासिक क्वीन नेकलेस अपने 100वें साल में प्रवेश करने जा रहा है. शुरू में इसे कुछ खास नहीं माना गया, लेकिन जैसे-जैसे साल गुजरता गया, इसकी खूबसूरती को पंख लगते गए और आज यह इलाका दुनिया के कुछ सबसे खूबसूरत इलाकों में से एक माना जाता है.

एक अलग ही नजारा
मरीन ड्राइव के शानदार घुमाव पर लगी स्ट्रीट-लाइटें रात के समय जगमगाते हुए एक अलग ही नजारा ही दिखाती हैं. रात के समय ऊंची बिल्डिंगों से देखने पर मरीन ड्राइव बेहद खूबसूरत नजर आता है. दुनियाभर से मुंबई आने वाले पर्यटक रात में मरीन ड्राइव की खूबसूरती निहारने जरूर आते हैं.

कई फिल्मों की शूटिंग हो चुकी
इस ऐतिहासिक जगह का मतलब अब आप इसी से समझिए कि यहां पर देश की नहीं, बल्कि दुनिया की कई फिल्मों की शूटिंग यहां हो चुकी है. ब्लैक एंड वाइट एरा में तो मरीन ड्राइव नाम से भी एक फिल्म बनी थी. शाम के वक्त  प्रेमियों जोड़ों का यहां पर तांता लगता है.

इसके अलावा मुंबई आने वाले पर्यटकों के घूमने के लिए एक महत्वपूर्ण जगह है. मुंबई घूमने के लिए आए माही कुमार का कहना है कि वह जब भी मुंबई आते हैं तो मरीन ड्राइव जरूर जाते हैं, क्योंकि बिना मरीन ड्राइव आएं सफर अधूरा-सा लगता है.

रफाएल मसविग्नेर पेरिस से मुंबई आए हैं. इनका भी कहना है कि वह भारत पहली बार आए और मुंबई भी पहली बार आए हैं. मरीन ड्राइव पर आकर उन्हें बहुत अच्छा लग रहा है. समुंदर के किनारे का यह जगह बहुत ही अच्छा है.

Bureau Report

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