नईदिल्ली: माइक्रोसॉफ्ट के चीफ सत्य नडेला द्वारा नागरिकता संशोधन कानून पर दिए गए बयान के बाद अब सफाई सामने आई है. माइक्रोसॉफ्ट ने अपने ताजा बयान में कहा कि हर देश को अपने बॉर्डर, राष्ट्रीय सुरक्षा और प्रवासी पॉलिसी को तय करने का अधिकार है. लोकतंत्र में सरकारें और देश की जनता ऐसे मुद्दों पर बात करके अपना फैसला लेती है. इससे पहले बजफीड के एडिटर ने ट्वीट करके कहा था कि सत्य नडेला मौजूदा नागरिकता संशोधन कानून से खुश नहीं हैं.
ये दिया था सत्य नडेला का बयान
सत्या नडेला ने माइक्रोसॉफ्ट के एक इवेंट में सोमवार को बज़फीड के एडिटर इन चीफ़ बेन स्मिथ से दौरान नागरिकता संशोधन कानून के एक सवाल के जवाब में कहा कि भारत में जो हो रहा है, वो बहुत दुखद है. उन्होंने कहा, ‘मैं देश (भारत) में एक बांग्लादेशी अप्रवासी को अगली करोड़ों डॉलर की टेक कंपनी बनाने में मदद करते देखना या इंफोसिस का CEO बनते देखना पसंद करूंगा.’
नडेला के बयान पर सोशल मीडिया पर कई तरह की प्रतिक्रियाएं आईं. ऐसे में माइक्रोसॉफ्ट इंडिया को इस पर सफाई देनी पड़ी है. ट्वीटर के जरिए माइक्रोसॉफ्ट ने अपने बयान में कहा कि हर देश को अपने बॉर्डर, राष्ट्रीय सुरक्षा और प्रवासी पॉलिसी को तय करने का अधिकार है. लोकतंत्र में सरकारें और देश की जनता ऐसे मुद्दों पर बात करके अपना फैसला लेती है.
उल्लेखनीय है कि भारतीय संसद ने 11 दिसंबर को नागरिकता संशोधन कानून को हरी झंड़ी दी. इसके बाद से ही इसके विरोध में कई विपक्षी पार्टियां विरोध कर रही हैं. दिल्ली और अलीगढ़, असम और पश्चिम बंगाल में लगातार विरोध की खबरें आ रही हैं.
Bureau Report
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