नईदिल्ली: आखिरकार TikTok को वो फैसला लेना पड़ गया है जिससे कतराती आई थी. सरकार और सिविल सोसाइटी की ओर से बढ़ते दबाव के बीच चीन की सोशल मीडिया कंपनी टिकटॉक ने बच्चों के एकाउंट बंद करने का फैसला लिया है. कई स्वयंसेवी संस्थाओं ने आरोप लगाया था इस इस सोशल साइट पर बच्चों के साथ मानसिक और यौन शोषण होता है.
13 साल के कम उम्र के बच्चें बैन
चीनी सोशल मीडिया कंपनी टिकटॉक ने हाल ही में कहा है कि प्लेटफॉर्म में 13 साल से कम उम्र वाले सभी एकाउंट हटा दिए जाएंगे. 13 साल से कम उम्र के बच्चों के नए एकाउंट भी अब प्लेटफॉर्म पर नहीं बन पाएंगे. कई सांसद भी टिकटॉक पर बच्चों के आपत्तिजनक वीडियो को लेकर सवाल उठाते रहे हैं. बच्चों के साथ प्लेटफॉर्म पर हो रहे मानसिक और यौन शोषण को लेकर भी कई बार सवाल उठते रहे हैं. कंपनी ने ये भी कहा है कि प्लेटफॉर्म से धार्मिक और राष्ट्रीयता के आधार पर किसी व्यक्ति या समूह के प्रति हिंसा वाले वीडियो हटेंगे.
सबसे ज्यादा ट्रैफिक मिलता है बच्चों के वीडियों से
उल्लेखनीय है कि इस वक्त सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बच्चों के डांस, कॉमेटी और एक्टिंग के वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म मे सबसे ज्यादा देखी जाती है. लोग इन्हें बहुत ज्यादा शेयर भी करते हैं. ट्रैफिक और रेवेन्यू के लिहाज से बच्चों के बनाए कंटेंट सबसे ज्यादा पॉपुलर हैं.
हर चार घंटे में एक बच्चे का होता है शोषण
हाल ही में एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में हर चार घंटे में एक बच्चे का सोशल मीडिया में मानसिक या यौन प्रताड़ना होता है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक ज्यादातर लोग कम कपड़े वाले बच्चियों के वीडियो में अभद्र कमेंट करते हैं.
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