सीतापुर: रामपुर के नवाबों की जेल से सीतापुर में कसमंडा स्टेट राजशाही से जुड़ी जेल में शिफ्ट हुए समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खां और उनके परिवार की पहली रात काफी मुसीबतों भरी गुजरी. सपा सांसद आजम खां, उनकी पत्नी तजीन और बेटे अब्दुल्ला सीतापुर जेल में पहली रात दरी पर सोए और अपने साथ लाए कंबलों को ओढ़ा. जेल में आजम खां को रात भर नींद नहीं आई और वह तनाव में नजर आए. आपको बता दें कि बेटे अब्दुल्ला के दो जन्म प्रमाण पत्र और दो पासपोर्ट रखने के मामले में रामपुर की एडीजे-6 कोर्ट ने आजम खां, उनकी पत्नी और बेटे को 7 दिन के लिए जेल भेजा है.
सीतापुर जिला जेल में करवटें बदलते कटी आजम की पहली रात
आजम खां और उनके परिवार को जेल में खाने के लिए दाल-रोटी और सब्जी दी गई. आजम खां ने कम खाना खाया. उत्तर प्रदेश की सियासत के प्रमुख मुस्लिम चेहरे आजम खां अपनी बयानबाजी और अफसरों पर रौब बाजी के लिए जाने जाते हैं, वही आजम खां जेल में असहाय दिखाई दिए. सीतापुर जिला जेल में कई बाहुबली, माफिया, गैंगस्टर और नेता बंद रह चुके हैं. अब शायराना अंदाज रखने वाले सपा सांसद आजम खां भी सात दिन के लिए सीतापुर जिला जेल में बंद हैं जहां उनकी पहली रात करवटें बदलते ही बीत गई.
वर्षों पहले रामपुर और सीतापुर को लेकर आजम हुए थे शायराना
कई साल पहले सपा सांसद आजम खां सीतापुर आए थे, तब वह सपा सरकार के कबीना मंत्री थे. शहर में आने पर उनका जोरदार स्वागत हुआ था. एक कार्यक्रम दीवानी न्यायालय के बार स्टेशन कच्छ में हुआ था. अधिवक्ताओं के इस कार्यक्रम में आजम खां ने शायराना अंदाज में भाषण दिया था. इसी भाषण के बीच बोले थे कि मैं राम के शहर यानी रामपुर से सीता के शहर यानी सीतापुर आया हूं. उन्होंने रामपुर को भगवान राम और सीतापुर को सीता जी से जोड़ा था. लेकिन इस बार की उनकी आमद बिल्कुल जुदा रही. वह रामपुर से सीतापुर तो आए, लेकिन जेल में.
Bureau Report
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