जयपुर: पूरी दुनिया में काेराेना का कहर जारी है। दावा किया जा रहा है कि काेराेनावायरस का वैक्सीन तैयार करने में एक साल लगेगा, लेकिन राजस्थान ने काेराेना काे हराकर सभी काे चाैंका दिया है। यहां सवाईमानसिंह (एसएमएस) अस्पताल के डॉक्टरों की टीम ने स्वाइन फ्लू, मलेरिया और एचआईवी की दवा देकर काेराेना से पीड़ित तीन मरीजाें काे ठीक कर दिया है। वहीं, जयपुर निवासी 24 वर्षीय एक मरीज का इलाज जारी है।
एसीएस हैल्थ रोहित कुमार सिंह ने बताया कि एसएमएस के डाॅक्टर्स ने कोरोना पॉजिटिव इटली निवासी महिला को लोपिनाविर 200एमजी/रिटोनाविर 50एमजी का डोज दिन में दो बार दिया। इस कॉम्बिनेशन से आईसीएमआर (इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च) भी संतुष्ट था। इसके अलावा इटली के ही 69 वर्षीय और जयपुर के आदर्श नगर निवासी 85 वर्षीय बुजुर्ग को स्वाइन फ्लू में दी जाने वाली ओस्लेटामिविर और मलेरिया में इस्तेमाल होने वाली दवा क्लोरोक्वीन दी। इन दवाओं के कॉम्बिनेशन का ही परिणाम रहा कि तीनों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। दवा का कॉम्बिनेशन जानने के लिए कर्नाटक, बिहार, दिल्ली, गुजरात, मुंबई और आंधप्रदेश के डॉक्टरों ने जयपुर के एसएमएस अस्पताल के डॉक्टरों से संपर्क किया ।
एयरलाइंस: इंटरनेशनल में 75%तक यात्रीभार गिरा
- जयपुर-कुआलालंपुर की एकमात्र फ्लाइट 7 मार्च से बंद।
- मस्कट जाने वाली फ्लाइट 28 मार्च तक रद्द रहेगी।
- बैंकॉक के लिए एयर एशिया की फ्लाइट भी मंगलवार से रद्द रहेगी।
- जयपुर आने-जाने वाली 55 घरेलू फ्लाइट्स में 85% सीट भरी रहती थीं। पिछले 5 दिन में यह आंकड़ा घटकर 65% हो गया है।
रेल: जयपुर मंडल में 3.05 करोड़ के टिकट कैंसिल
- पिछले 15 दिन में जयपुर जंक्शन के रिजर्वेशन काउंटर से 37 लाख 460 रुपए के टिकट रद्द करवाए जा चुके हैं।
- कुछ दिन पहले एक दिन में 2.38 लाख के टिकट बने और 10.88 लाख के टिकट रिफंड हुए। यह पिछले साल की तुलना में 22% अधिक है।
- जयपुर मंडल में इस साल जनवरी में 8.58 करोड़, फरवरी में 8.24 करोड़ और 16 मार्च तक 3.05 करोड़ रुपए के टिकट रद्द हुए हैं।
सड़क: वॉल्वो बसों में अब 3% यात्री कम आ रहे
- वॉल्वो बसों में भी यात्रीभार 3% गिर गया है। फरवरी में यात्रीभार 68% था, जो 15 मार्च तक 65% पर पहुंच गया है।
- रोडवेज के पास 79 वॉल्वो बसें है। इनमें 48 बसें रोडवेज की और 31 अनुबंधित हैं। इनमें से 40% बसें जयपुर-दिल्ली मार्ग पर चलती हैं। बाकी हरिद्वार, देहरादून, शिमला रूट पर।
- डीलक्स डिपो की मुख्य प्रबंधक अनुपमा सारस्वत का कहना है यात्रीभार में कमी का कारण कोरोना है।
हॉस्पिटल: जेके लोन, एसएमएस में दूसरे जिलों से मरीज नहीं आ रहे हैं
- एसएमएस और जेके लोन अस्पताल में दूसरे जिलों से आने वाले मरीजों की संख्या में अचानक कमी आई है।
- एसएमएस में फरवरी में ओपीडी 2 लाख 60 हजार 35 थी, यानि रोज औसतन 8 हजार 966 मरीज आ रहे थे। मार्च में यह औसत 7 हजार 500 से 8 हजार तक रह गया है।
- जेके लोन में फरवरी में ओपीडी 35 हजार 620 थी। 12 मार्च तक 13 हजार 101 मरीज ही आए। यानी 12-15% तक कमी आई।
Bureau Report
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