नईदिल्ली: ऋषि कपूर अपने बेबाक विचारों से बिना लाग लपेट के ट्वीट से हलचल मचा देते थे. पिछले कुछ समय से वह कोरोना मामले पर लगातार ट्वीट कर रहे थे. कनिका कपूर के कोरोना वायरस के संक्रमण के बाद जिस तरह मीडिया में मामला आया था तब 20 मार्च को उन्होंने ट्वीट किया इसमें एक तरफ कनिका कपूर की फोटो थी और दूसरी तरफ राणा कपूर की फोटो थी.
उन्होंने लिखा, “आजकल कपूर लोगों पर टाइम भारी है. डरता हूं. हे मालिक रक्षा करना दूसरे कपूरों की! कोई गलत काम ना हो कभी. जय माता दी!” यस बैंक मामले (Yes Bank Case) में राणा कपूर और उसके बाद कनिका कपूर दो ऐसे मामले आ गए जिस पर उन्होंने एक तरह से व्यंग्य किया.
उनके ट्विटर प्रोफाइल स्टेटस पर लिखी एक बाद दुनियां से उनके दर्द को बयां करती है. उनके प्रोफाइल स्टेटस पर लिखा है, मैं नहीं समझता कि लोग समझने वाले हैं. मेरे लाइफस्टाइल के बारे में कोई मजाक, कोई कमेंट, और मैं आपको ब्लॉक कर दूंगा. अब आपके हाथ में है.
दरसल कुछ लोगों ने कोरोना को हैंडल करने के बारे में भारत पर टिप्पणी की थी और उनकी लाइफस्टाइल पर भी टिप्पणी की थी. इससे उनको बड़ा दुख हुआ था. इससे पहले ट्वीट में वे लिख चुके थे कि कोई व्यक्ति जो मेरे देश या मेरी लाइफस्टाइल पर कमेंट करेगा उसे डिलीट करूंगा.
कोरोना से निपटने के लिए वह डॉक्टर, नर्स, मेडिकल कर्मी, पुलिस वालों पर पथराव और उनकी लिंचिंग के खिलाफ थे. उन्होंने 2 अप्रैल को सभी से अपील की कि, ”सभी सोशल स्टेटस और मतों में विश्वास रखने वाले लोगों से अपील है कि पत्थर ना फेंके, लिंचिंग न करें. डॉक्टर, नर्स, मेडिकल कर्मी और पुलिस अपनी जिंदगी खतरे में डालकर काम कर रहे हैं. हमें यह लड़ाई जीतनी है. यह ट्वीट मैसेज दरसल उनका आखिरी मैसेज था.
हालांकि लगातार इस तरह की घटनाओं पर वो देश में इमरजेंसी लगाने के पक्ष में थे. यह भी चाहते थे कि मिलिट्री को बाहर लगाना चाहिए इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए.
बड़े चुटीले अंदाज में वह गहरी बातें कह जाते थे. उन्होंने कोरोना काल में शराब मिलने की वकालत की थी, ”लिखा था कि राज्य सरकारों को एक्साइज से पैसा चाहिए. फ्रस्टेशन को डिप्रेशन में नहीं बदलना चाहिए. पी तो रहे हैं तो इसे लीगलाइज कर दो. ब्लैक में तो बिक ही रही है.
Bureau Report
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