लखनऊ: कोरोना वायरस की वजह से देश के अलग-अलग राज्यों में फंसे उत्तर प्रदेश के कामगारों को योगी सरकार वापस लाने में जुटी है. इसी को लेकर आज सीएम योगी के नेतृत्व में टीम 11 की मीटिंग हुई. इस दौरान सरकार ने सभी राज्यों को पत्र लिखकर उत्तर प्रदेश के कामगारों और श्रमिकों का विस्तृत ब्यौरा मांगा. साथ ही नाम, पता, मोबाइल नंबर और सभी की मेडिकल रिपोर्ट भी मांगी गई है.
6 लाख लोगों के लिए क्वॉरेंटीन सेंटर
इन कामगारों और श्रमिकों को घरों तक सुरक्षित पहुंचाने की प्रक्रिया में सीएम योगी ने राजस्व विभाग से 6 लाख लोगों के लिए क्वॉरेंटीन सेंटर, शेल्टर होम और कम्युनिटी किचेन तैयार करवाए हैं.
सीएम योगी ने की भावुक अपील
सीएम योगी ने कामगारों और श्रमिकों से भावुक अपील करते हुए कहा कि संबंधित राज्यों की सरकारों से संपर्क कर सभी को घरों तक सुरक्षित पहुंचाने की विस्तृत कार्ययोजना तैयार हो रही है, इसलिए जहां हैं, वहीं रहें, राज्य सरकारों के संपर्क में रहें, पैदल ना चलें.
मजदूरों की घर वापसी की तैयारी में योगी
आपको बता दें कि आज मध्य प्रदेश से यूपी के कामगार और श्रमिक को सूबे में वापस लाया जाएगा. इससे पहले कल गुजरात से मजदूरों को घर पहुंचाया गया था. 29 मार्च को भी दिल्ली से चार लाख, हरियाणा, राजस्थान से 50000 प्रवासी मजदूरों को सुरक्षित उनके घर पहुंचाया गया था. वहीं राजस्थान के कोटा से 11500 छात्र मेडिकल जांच के बाद होम क्वारेंटाइन कराए गए हैं. उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से ही 15000 छात्र प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में अपने घर भेजे गए हैं.
रोना से हर तरह से निपटने के लिए मुख्यमंत्री योगी ने लेवल-1, लेवल-2 और लेवल-3 के कोविड अस्पतालों की क्षमता विस्तार करके 52 हज़ार बेड तैयार कराए हैं.वहीं 29 मार्च को नोडल अधिकारी के तौर पर एक आईएएस और आईपीएस अफसरों को तैनात किया गया था.
Bureau Report
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