आगरा: राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने एक मां द्वारा ट्रॉली बैग पर सोते हुए अपने बच्चे को रस्सी के सहारे खींचने वाली वायरल वीडियो पर आगरा के डीएम प्रभु एन. सिंह के असंवेदनशील बयान का स्वत: संज्ञान लेते हुए उन्हें नोटिस जारी किया है. इसके अलावा एनएचआरसी ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार और यूपी के मुख्य सचिव को भी नोटिस जारी करके जवाब मांगा है.
दरअसल सोशल मीडिया पर गुरुवार से एक वीडियो वायरल हो रही है. जिसमें पंजाब से उत्तर प्रदेश के महोबा जाने के लिए निकले एक जत्थे में शामिल बच्चा इतना थक गया कि वह ट्रॉली बैग पर सो गया था. बच्चे की मां ट्रॉली बैग को खींच रही थी.
बता दें कि आगरा के डीएम प्रभु एन. सिंह ने गुरुवार को एक निजी चैनल से बातचीत के दौरान वायरल वीडियो में ट्रॉली बैग पर सो रहे बच्चे को लेकर कहा कि बचपन में वो भी ऐसा ही करते थे. उन्होंने कहा, ‘हमारे अधिकारी लगातार काम कर रहे हैं. अभी एक वीडियो वायरल हुआ. हम जब छोटे थे और अपने पिताजी के साथ कहीं जाते थे तो हम अटैची पर बैठ जाया करते थे.’ आगरा जिलाधिकारी के इस बयान को विपक्षी पार्टियों ने असंवेदनशील बताकर योगी सरकार पर निशाना साधा है.
लेकिन जब डीएम प्रभु एन. सिंह से उनके असंवेदनशील बयान पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने पहले चुप्पी साध ली और फिर सवाल टालते हुए प्रशासन द्वारा किए जा रहे कामों को गिनवाने लगे. लेकिन अपने बयान पर कोई सफाई नहीं दी.
डीएम प्रभु एन. सिंह ने कहा, ‘जितने भी प्रवासी नागरिक हमारे जनपद में आ रहे हैं, चाहे वो ट्रेन से आ रहे हों या खुद अपने साधन से चलकर आ रहे हों. हमारे जितने भी बॉर्डर हैं चाहे वो मथुरा बॉर्डर हो या फतेहपुर सीकरी के पास जो बॉर्डर है, हम लोगों ने हर जगह खाने-पीने की व्यवस्था की हुई है. जो भी आता है उसको खाना खिलाते हैं, पानी की व्यवस्था करते हैं. अलग से हमारी यूपीएसआरटीसी की बसें आईएसबीटी पर लगी हुई हैं. शहर के अंदर भी बसें लगाई हुई हैं, जो सिटी ट्रांसपोर्ट की हैं. इसके अलावा हमारा सोशल ग्रुप भी है. हमारा प्रयास है कि यहां से किसी को भी अपने पैरों पर न जाने दें.
Bureau Report
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