नईदिल्ली: रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी आज बहुत ज्यादा खुश होंगे. आने वाले महीनों में आर्थिक मंदी भले किसी भी कंपनी पर आ जाए लेकिन रिलायंस जिओ पर आने की संभावना कम ही है. महीनेभर के भीतर जिओ में तीसरे बड़े निवेशक ने करोड़ो रुपये लगा दिए हैं. विस्टा इक्विटी पार्टनर्स (Vista Equity Partners) ने जिओ में 11,367 करोड़ रुपये निवेश करने का ऐलान किया है. यह इन्वेस्टमेंट पिछले तीन हफ्तों के भीतर जियो प्लेटफॉर्म्स में तीसरा बड़ा इंवेस्टमेंट है.
60,000 करोड़ से ज्यादा को हुआ है निवेश
जियो प्लेटफॉर्म्स का इक्विटी प्राइस 4.91 लाख करोड़ रुपये और एंटरप्राइज वैल्यू 5.16 लाख करोड़ रुपये आंकी गई है. विस्टा इक्विटी पार्टनर्स जियो प्लेटफॉर्म्स में किए इस निवेश के साथ ही रिलायंस और फेसबुक के बाद सबसे बड़ा निवेशक बन गया है. जियो प्लेटफॉर्म्स ने अग्रणी प्रौद्योगिकी निवेशकों से 60,596.37 करोड़ जुटाए हैं.
अप्रैल में हुए फेसबुक निवेश के मुकाबले विस्टा का निवेश 12.5 प्रतिशत प्रीमियम पर हुआ है. इस सप्ताह की शुरुआत में जियो में सिल्वर लेक द्वारा निवेश किया गया था. वह निवेश भी फेसबुक सौदे से प्रीमियम पर था.
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन व मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश अंबानी ने विस्टा के निवेश पर कहा, ‘विस्टा का एक महत्वपूर्ण साझेदार के रूप में स्वागत करते हुए मुझे खुशी हो रही है, यह दुनिया भर के बड़े विशिष्ट टेक निवेशकों में से एक है.’ उन्होंने आगे कहा, ‘हमारे अन्य भागीदारों की तरह, विस्टा भी हमारे साथ समान विजन साझा करती है. जो सभी भारतीयों के लाभ के लिए भारतीय डिजिटल ईको सिस्टम को विकसित करने और ट्रांस्फॉर्मेशन का विजन है.’
गौरतलब है कि विस्टा इक्विटी पार्टनर्स एक अमरिकी निवेश फर्म है जो विशेष रूप सेतकनीक और सॉफ्टवेयर कंपनियों में निवेश करती है. विस्टा दुनिया की 5वीं बड़ी एंटरप्राइज सॉफ्टवेयर कंपनी है. जिसका कम्युलेटिव कैपिटल कमिटमेंट 57 बिलियन डॉलर से अधिक का है. एंटरप्राइज सॉफ्टवेयर निवेश में कंपनी का 20 वर्षों से ज्यादा का अनुभव है. विस्टा पोर्टफोलियो की भारत में स्थित कंपनियों में 13,000 से अधिक कर्मचारी काम करते हैं.
Bureau Report
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