जयपुर: प्रदेश में राज्यसभा चुनावों को लेकर सियासी घमासान जारी है. कांग्रेस और बीजेपी चुनावी चौसर में अपने दावेदारों को जिताने की तैयारी में है. 19 जून को प्रदेश की तीन सीटों के लिए होने वाले मतदान में फिलहाल दो सीटों का बहुमत कांग्रेस और एक सीट पर जीत के चांस बीजेपी के पास हैं.
इसी बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीजेपी की ओर से विधायकों की खरीद फरोख्त के बयान पर सियासी हलकों में चर्चा जोर पकड़ रही है. सीएम गहलोत ने 25 करोड़ रुपये में विधायकों को खरीदने की बात कही है. सीएम ने आरोप लगाया कि गुजरात और महाराष्ट्र जैसे हालात बीजेपी राजस्थान में भी बनाना चाहती है, लेकिन अपने मंसूबों में कामयाब नहीं होगी.
कांग्रेस ने केसी वेणुगोपाल और नीरज डांगी वहीं, बीजेपी ने राजेंद्र गहलोत और ओंकार सिंह को उतारा है. संख्याबल के हिसाब से बीजेपी के पास सिर्फ 1 प्रत्याशी को जिताने का बहुमत है. हर प्रत्याशी को जीतने के लिए कम से कम 51 वोट चाहिए. कांग्रेस को दोनों उम्मीदवारों को जिताने के लिए 102 वोटों की जरूरत है जो आसानी से मिलते दिख रहे हैं.
कांग्रेस के साथ खुद के 107 विधायकों के अलावा 13 निर्दलीय, लेफ्ट, बीटीपी के दो-दो और एक आरएलडी विधायक हैं. बीजेपी के पास खुद के 72 विधायकों के अलावा तीन वोट आरएलपी के हैं. हालांकि बदले राजनीतिक घटनाक्रम और इनपुट के बीच कांग्रेस ने ऐहतियातन सभी विधायकों को जयपुर के होटल में ठहराया है.
मुख्य बिंदु
कांग्रेस से केसी वेणुगोपाल और नीरज डांगी उम्मीदवार.
बीजेपी ने राजेंद्र गहलोत और ओंकार सिंह को उतारा.
सीएम अशोक गहलोत ने लगाए विधायकों को खरीदने के आरोप.
25 करोड़ रुपए का विधायकों को बीजेपी दे रही प्रलोभन.
गुजरात और महाराष्ट्र जैसे बनाए जा रहे हालात.
कांग्रेस ने ऐहतियतन सभी विधायकों को होटल में ठहराया.
Bureau Report
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