नईदिल्ली: आधे हिंदुस्तान में बारिश और बाढ़ ने लोगों की मुसीबत बढ़ा दी है. खासकर उत्तर और पूर्वी भारत में बारिश और बाढ़ सबसे ज्यादा बर्बादी लेकर आई है. असम में बाढ़ की मार में पहले से थोड़ा सुधार आया है, लेकिन अभी भी परेशानी कम नहीं हुई है.
असम में प्रकृति का प्रकोप
असम से लगातार बाढ़ की विचलित कर देने वाली तस्वीरें हैं. चारों तरफ पानी ही पानी दिख रहा है. फिलहाल हालात में थोड़ा सुधार आया है, लेकिन अब भी असम के 33 जिलों में 11 ज़िलों को छोड़कर बाकी 22 जिलों में बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैं. इसी से आप अंदाजा लगाइए कि असम कितने बड़े संकट से गुजर रहा है.
असम में बाढ़ की स्थिति में थोड़ा सुधार हुआ है. हालांकि यहां पर कुदरती आपदा से एक और व्यक्ति की मौत हो गई. असम में बाढ़-बारिश की वजह से अबतक 108 लोगों की मौत हो चुकी है. राज्य के 22 जिलों के 12 लाख लोग अभी भी बाढ़ प्रभावित हैं.
बाढ़ ने सब कुछ छीन लिया
वैसे तो असम के एक बड़े हिस्से में हर साल बाढ़ आती है. लेकिन इस बार की बाढ़ में हालात बद से बदतर हो चुके हैं. क्योंकि एक महीने के अंदर असम में तीन बार बाढ़ आ चुकी है. बाढ़ ने सब कुछ छीन लिया है. लोग परेशान और बेचैन हैं.
लाखों लोग, असम में बाढ़ से जूझ रहे हैं. असम के ज़्यादातर इलाकों में कोई गांव नहीं बचा, जहां घर के घर डूब ना गए हों..
घर डूब गए हैं, खेत डूब गए हैं, खुद को बचाकर, अपने मवेशियों को बचाकर, जो निकल पाए, वो निकल रहे हैं, लेकिन ऐसे हज़ारों लोग हैं, जो अब भी अपने घरों में फंसे हैं. डिजास्टर मैनेजमेंट की टीम लोगों को बचाकर सुरक्षित जगहों पर ले जा रही है.
असम ही नहीं, पूर्वोत्तर के कई राज्य इस तरह की भीषण बाढ़ का सामना कर रहे हैं. पूर्वोत्तर के अलावा बिहार का भी एक बड़ा हिस्सा बाढ़ में डूबा है. कुदरत के कहर से हर तरफ त्राहिमाम मचा हुआ है.
Bureau Report
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