लद्दाख: भारत और चीन के बीच तनाव कम करने के लिए लगातार कोशिशें जारी है, लेकिन चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. चीनी सैनिकों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा पर एक बार फिर भारतीय सीमा में घुसपैठ की कोशिश की है, जिसका भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया.
दोनों देशों के सैनिकों को आईं चोटें
पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने पिछले सप्ताह सिक्किम में नाकू ला में घुसपैठ की कोशिश की थी. भारतीय सेना के जवानों ने चीनी सैनिकों को रोकने की कोशिश की तो दोनों पक्षों में झड़प हो गई. झड़प में दोनों देशों के सैनिकों को चोटें आई हैं, हालांकि फिलहाल हालात काबू में बताया जा रहा है.
17 घंटे हुई कॉर्प्स कमांडर बैठक
वास्तविक नियंत्रण रेखा पर जारी विवाद के बीच रविवार (24 जनवरी) को भारत और चीन के बीच 9वें दौर की कॉर्प्स कमांडर बैठक हुई. भारत ने बैठक में चीन के सामने स्पष्ट कर दिया कि चीनी सेना को सभी टकराव वाली जगहों से पूरी तरह पीछे हटना होगा. बैठक पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर चीन की ओर स्थित मोलडो में सुबह 10 बजे शुरू हुई और रात ढाई बजे तक चलती रही.
8 महीने से चल रहा है भारत-चीन विवाद
बता दें कि भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा पर विवाद पिछले साल मई में शुरू हुआ था, जब चीन ने लद्दाख के अक्साई चिन की गलवान घाटी में भारत की ओर से सड़क निर्माण को लेकर आपत्ति जताई थी. 5 मई को भारतीय सेना और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प होने के बाद सैन्य गतिरोध पैदा हो गया. इसके बाद चीनी सैनिक 9 मई को सिक्किम के नाथू ला में भी भारतीय सैनिकों के साथ उलझ गए थे, जिसमें कई सैनिकों को चोटें आई थीं.
15 जून को लद्दाख के गलवान घाटी में भी भारत और चीनी सैनिकों के बीच झड़प हुई, जिसमें 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे. इसके बाद भारत और चीन के बीच कई स्तर की बातचीत हो चुकी है, लेकिन गतिरोध पर कोई हल नहीं निकला है.
Bureau Report
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