नईदिल्ली: महाराष्ट्र में चल रही सियासी हलचल के बीच महा विकास आघाडी सरकार पर विपक्ष हमलावर है. बीजेपी लगातार महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख के इस्तीफा की मांग कर रहा है. इस बीच सरकार के घटक दलों की बैठक का दौर जारी है. एनसीपी के बाद कांग्रेस की भी हाईलेवल मीटिंग हुई है. कांग्रेस की हाईलेवल मीटिंग में राज्य के मौजूदा हालातों पर चर्चा हुई है.
कांग्रेस ने मांगी रिपोर्ट
ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी महाराष्ट्र के प्रभारी एचके पाटिल ने कहा है, महाराष्ट्र सीएलपी नेता, पीसीसी अध्यक्ष और महाराष्ट्र कोर ग्रुप के नेताओं के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक बैठक आयोजित की है. उन्होंने कहा है स्थिति का जायजा लिया जा रहा है और स्थिति पर रिपोर्ट मांगी गई है.
‘आरोपों के आधार पर इस्तीफा नहीं’
दूसरी तरफ शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है, अगर राष्ट्रवादी कांग्रेस के प्रमुख ने तय किया है कि अनिल देशमुख के ऊपर जो आरोप लगे हैं, उनमें तथ्य नहीं है और उनकी जांच होनी चाहिए तो इसमें गलत क्या है? आरोप सभी नेताओं के ऊपर लगते रहे हैं. सबका इस्तीफा लेकर बैठे तो सरकार चलाना मुश्किल हो जाएगा.
रामदास अठावले ने साधा निशान
परमबीर सिंह के इस दावे को एनसीपी के बड़े नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने भी खारिज कर दिया है. नवाब मलिक का कहना है कि परमबीर सिंह ने पद पर रहते हुए यह बात क्यों नहीं बताई. पत्र के आधार पर देशमुख के इस्तीफे का सवाल ही नहीं उठता, चांज की जाएगी. जांच के बाद पार्टी आगे की कार्रवाई पर विचार करेगी. केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा है, हमें महाराष्ट्र सरकार गिराने की जरूरत नहीं है. इतने आरोप-प्रत्यरोप और इतने मामले सामने आ रहे हैं कि महाराष्ट्र सरकार अपने कारनामों से खुद ही गिर जाएगी और उसके बाद हम वहां सरकार बनाएंगे.
क्या है ममाला
बता दें, मुंबई पुलिस के पूर्व प्रमुख परमबीर सिंह के भ्रष्टाचार के आरोपों की पृष्ठभूमि में NCP प्रमुख शरद पवार के नेतृत्व में बैठक हुई थी. इसके बाद के राज्य प्रमुख और महा विकास आघाडी सरकार में वरिष्ठ मंत्री जयंत पाटिल ने कहा कि महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख के इस्तीफा देने का सवाल ही पैदा नहीं होता है. एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार के आवास हुई बैठक के बाद पाटिल ने कहा कि प्रसिद्ध उद्योगपति मुकेश अंबानी के आवास के बाहर विस्फोटक सामग्री वाले वाहन की घटना और ठाणे के व्यवसायी मनसुख हिरेन की हत्या के मामले से ध्यान भटकाने की जरूरत नहीं है. इससे पहले पवार ने कहा था कि देशमुख पर फैसला महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे करेंगे. देशमुख के खिलाफ मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त परमबीर सिंह के आरोपों के परिप्रेक्ष्य में NCP के शीर्ष नेताओं की यहां बैठक हुई. सिंह ने दावा किया है कि देशमुख चाहते थे कि पुलिस अधिकारी मुंबई में होटल और बार से उनके लिए हर महीने 100 करोड़ रुपये की वसूली करें.
Bureau Report
Leave a Reply