कोलकाता: पश्चिम बंगाल में होने वाले विधान सभा चुनाव में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी आमने-सामने हैं. ममता बनर्जी द्वारा बीजेपी नेताओं को बाहरी बताए जाने के बाद भाजपा ने नंदीग्राम में स्थानीय मुद्दा उठाते हुए ममता बनर्जी को बाहरी बताया. इसके बाद ममता बनर्जी ने बड़ा कदम उठाया है और नंदीग्राम में किराए पर 2 घर लिए हैं, जहां वह रहने वाली हैं.
ममता बनर्जी ने क्यों लिया किराए पर घर
शुवेंदु अधिकारी की ओर से बाहरी बताए जाने के बाद ममता बनर्जी ने यह कदम उठाया है और खुद के ऊपर से बाहरी का टैग हटाने की कोशिश कर रही हैं. इसके लिए उन्होंने नंदीग्राम के रेयापाड़ा इलाके में किराए पर दो घर लिए हैं. इससे पहले रविवार (21 मार्च) को एक रैली के दौरान ममता बनर्जी ने कहा था कि वह जल्द ही हल्दी नदी के किनारे अपना पक्का घर बनाएंगी, ताकि वह समय-समय पर यहां आती रहें.
एक घर 1 साल और दूसरा 6 महीने के लिए
तृणमूल कांग्रेस से जुड़े लोगों ने कहा कि ममता बनर्जी को बाहरी बताने की शुवेंदु अधिकारी की कोशिशें बेकार थीं, क्योंकि वह बंगाल की बेटी है. वहीं पड़ोसियों ने बताया है कि पहले घर को एक साल के लिए और दूसरे घर को छह महीने के लिए किराए पर लिया गया है. रेयापाड़ा क्षेत्र में स्थित दोनों घरों के बीच करीब 100 मीटर की दूरी है. ममता बनर्जी की ओर से नंदीग्राम से चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद से ही टीएमसी ने वहां घर तलाशना शुरू कर दिया था.
पैर में चोट लगने के बाद ममता बनर्जी ने बदला प्लान
स्थानीय लोगों का कहना है कि ममता बनर्जी ने पहले जिस घर में रहने का निर्णय लिया था, जिसमें ग्राउंड फ्लोर पर दुकानें हैं तो वहीं फर्स्ट फ्लोर पर रहने के लिए रूम है. हालांकि, पैर में चोट लगने के बाद ममता बनर्जी ने अपना प्लान बदल दिया है और वह अब उस घर में रहेंगी, जिसके कमरे ग्राउंड फ्लोर पर हैं. जिस घर में ममता बनर्जी रहने वाली हैं, वहां काम चल रहा है और सुरक्षा बढ़ा दी गई है. इस घर के मालिक सुदम चंद्र परुई रिटायर्ड स्कूल टीचर हैं. वहीं दूसरे घर में उनके सुरक्षाकर्मी रहेंगे.
नंदीग्राम में ममता बनर्जी Vs शुवेंदु अधिकारी
बता दें कि टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने अपनी पारंपरिक सीट भवानीपुर को छोड़कर नंदीग्राम से चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. वहीं भारतीय जनता पार्टी ने टीएमसी छोड़कर आए शुवेंदु अधिकारी को नंदीग्राम से चुनावी मैदान में उतारा है.
पश्चिम बंगाल में 8 चरणों में होगी वोटिंग
बता दें कि पश्चिम बंगाल (West Bengal) की 294 विधान सभा सीटों के लिए 8 चरणों में वोटिंग होगी. राज्य में 27 मार्च, एक अप्रैल, 6 अप्रैल, 10 अप्रैल, 17 अप्रैल, 22 अप्रैल, 26 अप्रैल और 29 अप्रैल को मतदान होंगे, जबकि चुनाव परिणाम 2 मई को आएंगे. पहले और दूसरे चरण में 30-30 सीटों, तीसरे चरण में 31 सीटों, चौथे चरण में 44 सीटों, पांचवें चरण में 45 सीटों, छठे चरण में 43 सीटों, सातवें चरण में 36 सीटों और आठवें चरण में 35 सीटों पर मतदान करवाया जाएगा.
Bureau Report
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