संसद के मानसून सेशन में मंगलवार को राज्यसभा में हुए हंगामे पर बोलते हुए राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के मंदिर की बेअदबी होने से वे रातभर सो नहीं पाए। कल सदन में जो कुछ हुआ, वह लोकतंत्र के खिलाफ है। संसद लोकतंत्र का सर्वोच्च मंदिर होता है और इसकी पवित्रता पर आंच नहीं आने देना चाहिए।
नायडू ने कहा कि विपक्ष सरकार को मजबूर नहीं कर सकता है। सदस्य विरोध कर सकते हैं, लेकिन सभापति को क्या करना है, क्या नहीं करना है इस बारे में नहीं बता सकते हैं। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की पवित्रता जिस तरह नष्ट की गई, उससे आहत हूं। अपनी पीड़ा बताने या निंदा करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं।
हंगामा करने वाले सांसदों पर कार्रवाई का खतरा
उच्च सदन में हंगामा करने वाले सांसदों के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है। कल विपक्षी दलों के नेता वेल में पहुंचे और डेस्क पर चढ़कर उन्होंने आसन की तरफ रूल बुल भी फेंक दी। हालांकि, यह सदन की कार्यवाही समाप्त होने के बाद हुआ था।
सदन में कम काम होने से दुखी हूं: ओम बिरला
लोकसभा के सभापति ओम बिरला ने कहा कि सदन में उम्मीद के मुताबिक काम नहीं हुआ। कम काम होने से दुखी हूं। सांसदों को उच्च मर्यादा बनाए रखनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सदन सबकी सहमति से चलता है। सहयोग करने वाला रवैया अच्छा होता है। सदन चलाने के लिए सभी दलों से बातचीत की जाएगी।
लोकसभा स्पीकर ने कहा कि लोकसभा में महज 22% ही काम हुआ। सदन में सिर्फ 21 घंटे ही कामकाज हो पाया। उन्होंने कहा कि संसद में पोस्टर, बैनर सदन की मर्यादा के खिलाफ है। सदन चलाना सबकी जिम्मेदारी है।
एक के बाद दूसरी शर्मसार करने वाली घटना: अनुराग ठाकुर
कांग्रेस सांसद प्रताप सिंह बाजवा द्वारा राज्यसभा में रूल बुक फेंकने पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि जिन्हें अपने मुद्दे उठाने के लिए सांसद बनाकर भेजा है, वो चर्चा में भाग न लेकर चीर-फाड़ करने तक आए हैं, फाइलें फेंकने तक आए हैं। कल जो हुआ, वो एक के बाद दूसरी शर्मसार करने वाली घटना थी।
लोकसभा अनिश्चित काल के लिए स्थगित
लोकसभा अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी गई है। तय समय से दो दिन पहले ही निचला सदन स्थगित किया गया है। कहा जा रहा है कि सदन में लगातार जारी हंगामे को देखते यह फैसला लिया गया है। वहीं, विपक्षी नेताओं की नारेबाजी को देखते हुए राज्यसभा की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित कर दी गई है। सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई है।
सेशन शुरू होने से पहले दोनों सदनों के विपक्षी दलों के फ्लोर नेताओं की बैठक हुई। यह मीटिंग राज्यसभा के विपक्ष के नेता के चैंबर में हुई। इस दौरान सदन में आज के कामकाज को लेकर विपक्ष रणनीति बनाई गई।
लोकसभा में कांग्रेस सांसदों ने स्थगन प्रस्ताव भेजा
कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के मुद्दे पर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस भेजा है। वहीं, कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने पेगासस मामले पर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है। इसके अलावा कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कृषि कानूनों पर चर्चा की मांग को लेकर राज्यसभा में सस्पेंशन ऑफ नोटिस भेजा है।
Bureau Report
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