अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद से वहां पर हालात लगातार खराब हो रहे हैं. दुनियाभर के अधिकतर देश अपने स्पेशल मिशन भेजकर अफगानिस्तान से अपने राजनयिक स्टाफ और नागरिकों को निकाल रहे हैं.
17 अगस्त 2021, 11:14 बजे
तालिबान ने अफगान सरकार के लिए काम कर रहे देश के सभी सरकारी कर्मियों को आम माफी देने की घोषणा की. संगठन ने अपील की कि सभी सरकारी अधिकारी-कर्मचारी काम पर लौटें और सामान्य स्थिति बहाल करें. तालिबान ने सरकारी कर्मियों को कोई भी सजा न दिए जाने का आश्वासन दिया.
17 अगस्त 2021, 11:08 बजे
आईटीबीपी के जवान काबुल, मजारे शरीफ, हेरात , कंधार और जलालाबाद में इंडियन मिशन की सुरक्षा में तैनात थे. ये जवान विदेश मंत्रालय के डेपुटेशन पर अफगानिस्तान में तैनात थे. सुरक्षा कारणों की वजह से आधिकारिक तौर पर आईटीबीपी की ओर से कुछ नहीं बताया गया है. हालांकि सूत्रों का कहना है अब अफगानिस्तान में आईटीबीपी के सभी जवान वहां से निकल चुके हैं.
17 अगस्त 2021, 11:08 बजे
काबुल में तैनात आईटीबीपी के करीब 100 जवान वायुसेना के ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट सी 17 ग्लोबमास्टर जहाज से भारत के लिए उड़े. यह एयरक्राफ्ट करीब दो- तीन घंटे बाद गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर लैंड करेगा. इससे पहले सोमवार को आईटीबीपी के 50 जवान देश लौट चुके हैं.
17 अगस्त 2021, 11:04 बजे
गृह मंत्रालय सूत्रों के मुताबिक नई इलेक्ट्रॉनिक वीजा कैटिगरी के तहत सभी अफगानी नागरिक इसके तहत भारत आने के लिए अप्लाई कर सकते हैं. जो भी अफगानी नागरिक इस वीजा के लिए अप्लाई करेगा. भारतीय दूतावास उसके सुरक्षा पहलुओं को ध्यान में रखते हुए संबंधित व्यक्ति को वीजा देने या न देने का फैसला करेगा.
17 अगस्त 2021, 10:41 बजे
भारतीय विदेश मंत्रालय ने अफगानिस्तान में फंसे लोगों को निकालने के लिए अफगानिस्तान सेल (Afghanistan Cell) का गठन किया. अगर किसी को भी मदद चाहिए तो वह +919717785379 पर फोन या MEAHelpdeskIndia@gmail.com पर ईमेल कर सकता है.
17 अगस्त 2021, 10:34 बजे
अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद भारत वहां रह रहे अल्पसंख्यक हिंदू-सिखों और भारत समर्थक अफगानों की सुरक्षा को लेकर चिंतित है. उन्हें वहां से निकालने के लिए गृह मंत्रालय ने ‘e-Emergency X-Misc Visa’ नाम से नई इलेक्ट्रॉनिक वीजा कैटिगरी शुरू की है. इस कैटिगरी के जरिए भारत में प्रवेश चाहने वाले अफगानियों को फास्ट ट्रैक मोड से वीजा दिया जा सकेगा.
17 अगस्त 2021, 10:23 बजे
भारत ने भी अफगानिस्तान में हालात खराब होते देख अपने राजदूत को वापस बुला लिया है. अफगानिस्तान से भारतीय राजदूत और राजनयिक स्टाफ के 120 लोगों को लेकर विमान भारत रवाना हो गया है. फिलहाल के लिए दूतावास को बंद कर दिया है. तालिबान के साथ संबंधों पर निर्णय वहां पर सरकार बनने के बाद लिया जाएगा.
17 अगस्त 2021, 10:19 बजे
तालिबान नेतृत्व के काबुल आने के बजाय अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई, उनके सहयोगी डॉ अब्दुल्ला और गुलबुद्दीन हिकमतयार दोहा जा रहे हैं. वे वहां पर अफगानिस्तान में सत्ता हस्तांतरण के मुद्दे पर तालिबान के नेताओं से बातचीत करेंगे.
17 अगस्त 2021, 10:13 बजे
सूत्रों के मुताबिक भारत सरकार अफगानिस्तान में रह रहे अल्पसंख्यक सिखों और हिंदुओं के संपर्क में है. उन्हें सुरक्षित रहने के लिए कहा गया है. साथ ही जो लोग भारत आने के इच्छुक हैं, उनसे भी पूछा जा रहा है. बताया जा रहा है कि अफगानिस्तान में कमर्शल फ्लाइट ऑपरेशन बहाल होते ही उन लोगों को निकाल लिया जाएगा.
Bureau Report
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