जिनेवा: भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन की मंजूरी का इंतजार अब खत्म होने जा रहा है। कोवैक्सिन के लिए फाइनल अप्रूवल अक्टूबर तक पूरा होने का अनुमान है। अक्टूबर में इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए डब्ल्यूएचओ की मंजूरी के सिलसिले में स्ट्रटेजिक एडवाइजरी ग्रुप आफ एक्सपर्ट्स की बैठक होने वाली है। पांच अक्टूबर को होने जा रही इस बैठक को लेकर उम्मीद जताई जा रही है कि इसमें भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को डब्ल्यूएचओ की तरफ से हरी झंडी दी जा सकती है।
भारत बायोटेक ने अपने टीके के लिए 19 अप्रैल को ईओआई (रुचि की अभिव्यक्ति) जमा की थी। WHO की बेवसाइट पर COVID-19 टीकों के मूल्यांकन की स्थिति को लेकर दी गई जानकारी में कहा गया है कि भारत बायोटेक की कोवैक्सीन पर निर्णय 21 अक्टूबर को आना है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, आपातकालीन उपयोग प्रक्रिया के तहत प्रीक्वालिफिकेशन या लिस्टिंग के लिए डब्ल्यूएचओ दी गईं प्रस्तुतियां गोपनीय हैं। अगर मूल्यांकन के लिए सबमिट किया गया कोई उत्पाद लिस्टिंग के मानदंडों को पूरा करता हुआ पाया जाता है, तो WHO परिणामों को व्यापक रूप से प्रकाशित करेगा। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि छह जुलाई को भारत बायोटेक की तरफ से दिए गए डाटा के आधार पर संगठन समीक्षा कर रहा है।
एजेंसी के अनुसार, आपातकालीन उपयोग सूचीकरण प्रक्रिया की अवधि वैक्सीन निर्माता द्वारा प्रस्तुत किए गए डाटा की गुणवत्ता और डब्ल्यूएचओ के मानदंडों को पूरा करने वाले डाटा पर निर्भर करता है। भारत बायोटेक की कोवैक्सिन और एस्ट्राजेनेका एवं आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की कोविशील्ड भारत में व्यापक रूप से इस्तेमाल किए जाने वाले दो टीके हैं।
भारत बायोटेक ने हाल ही में कहा था कि कंपनी ने इयूएल के लिए कोवैक्सिन से संबंधित सभी डाटा डब्ल्यूएचओ को सौंप दिया है और वैश्विक स्वास्थ्य निगरानी संस्था से इस पर निर्णय की प्रतीक्षा कर रहा है। कंपनी ने कहा कि कोवैक्सीन के आपातकाल इस्तेमाल के लिए सभी डाटा जुलाई में डब्ल्यूएचओ को उपलब्ध कराया गया था। हमने WHO द्वारा मांगे गए हर स्पष्टीकरण का जवाब दिया है और संगठन के निर्णय का इंतजार कर रहे हैं। भारत बायोटेक ने मंगलवार को कहा था कि हम जल्द से जल्द ईयूएल प्राप्त करने के लिए डब्ल्यूएचओ के साथ काम कर रहे हैं।
Bureau Report
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