रायगढ़: महाराष्ट्र में भारी बारिश के बीच बड़ा हादसा सामने आया है। रायगढ़ जिले के खलालपुर तहसील इरशालवाड़ी गांव में भूस्खलन हुआ है। इसकी चपेट में पूरी एक बस्ती आ गई है। बताया जा रहा है कि भूस्खलन में 50 से अधिक परिवारों के 100 से अधिक लोग फंसे हैं।
बुधवार रात को हुआ हादसा
बता दें कि ये हादसा बुधवार रात को हुआ है। भूस्खलन में आदिवासी समाज की बस्ती का 90 प्रतिशत हिस्सा समा गया है। वहीं, घटना के बाद मौके पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। घटनास्थल पर एनडीआरएफ द्वारा बचाव अभियान जारी है। रायगढ़ पुलिस के मुताबिक, पांच लोगों की मौत हो गई है और तीन अन्य घायल हो गए हैं।
- रायगढ़ में भूस्खलन में मरने वालों के लिए मुआवजा की घोषणा की गई है। सीएम एकनाथ शिंदे ने घोषणा की है कि मृतकों के परिवारों को 5-5 लाख रुपये दिए जाएंगे और घायलों के इलाज का खर्च सरकार उठाएगी।
- महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने मुंबई में आपातकालीन नियंत्रण कक्ष में बचाव और राहत कार्यों का जायजा लिया।
- केंद्रीय गृह मंत्री ने भूस्खलन की घटना को लेकर ट्वीट किया है उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के रायगढ़ में तेज बारिश से हुए भूस्खलन के संबंध में मैंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से बात की। NDRF की 4 टीमें घटनास्थल पर पहुंच गई हैं और स्थानीय प्रशासन के साथ बचाव कार्यों में जुटी हैं। लोगों को वहाँ से निकालना व घायलों को तुरंत उपचार देना हमारी प्राथमिकता है।
मौके पर पहुंचे सीएम शिंदे
इसके साथ ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे रायगढ़ जिले के खालापुर तहसील के इरशालवाड़ी गांव में भूस्खलन स्थल पर पहुंचे हैं। जानकारी के मुताबिक अब तक 25 से अधिक लोगों को सुरक्षित बचाया गया है।
- भूस्खलन की चपेट में 50 से अधिक घर
- बता दें कि भूस्खलन की चपेट में करीब 50 घर आ गया है। घटनास्थल पर युद्ध स्तर पर काम चल रहा है। बताया जा रहा है कि मिट्टी अभी भी ऊपर से गिर रही है, जिससे रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कतें आ रही हैं।
- 100 से अधिक लोगों के दबने की आशंका
- अधिकारी ने बताया कि कम से कम 100 लोगों के फंसे होने की आशंका के बीच एनडीआरएफ की टीमें घटनास्थल पर पहुंच गई हैं। उन्होंने कहा कि भूस्खलन बुधवार रात करीब 11 बजे खालापुर तहसील के इरशालवाड़ी गांव में हुआ। अधिकारी ने बताया कि भूस्खलन में घायल हुए 20 से अधिक लोगों को नवी मुंबई के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
- 2014 में भूस्खलन से हुई थी 153 लोगों की मौत
- बता दें कि 30 जुलाई 2014 को पुणे जिले की अंबेगांव तहसील के मालिन गांव में हुए भूस्खलन के बाद यह महाराष्ट्र में सबसे बड़ा भूस्खलन है। उस भीषण भूस्खलन ने लगभग 50 परिवारों वाले पूरे आदिवासी गांव को निगल लिया था। उसमें 153 लोगों की मौत हुई थी। उस दौरान गांव में पुराने स्कूल भवन के अलावा कुछ भी नहीं बचा था।
Bureau Report
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