‘बदमाश बदमाशी छोड़ दें या फिर शहर…’, गुरुग्राम के नए पुलिस आयुक्त विकास अरोड़ा की अपराधियों को चेतावनी

'बदमाश बदमाशी छोड़ दें या फिर शहर...', गुरुग्राम के नए पुलिस आयुक्त विकास अरोड़ा की अपराधियों को चेतावनी

गुरुग्राम: नवनियुक्त पुलिस आयुक्त विकास अरोड़ा ने पदभार संभालने के साथ ही अपना रूख स्पष्ट कर दिया है। बदमाश या तो बदमाशी छोड़ दें या फिर शहर। किसी भी कीमत पर गलत बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

पुलिस आयुक्त विकास अरोड़ा ने कहा कि साइबर सिटी की पहचान पूरी दुनिया में है। देश ही नहीं पूरी दुनिया के लोग इस शहर में रहते हैं। इस वजह से छोटी से छोटी घटना की सूचना भी पूरी दुनिया में फैल जाती है।

ऐसे में पुलिस महकमे की जिम्मेदारी काफी बढ़ जाती है। वह कई साल पहले गुरुग्राम में रहे हैं। उन्हें शहर के मिजाज का पता है। कहां पर किस क्षेत्र में अधिक काम करना है, उन्हें पता है। ऐसा नहीं है कि उनसे पहले काम नहीं हुए हैं। उनका प्रयास और बेहतर करने का होगा।

महिला व बाल अपराध पर लगाम लगाने पर रहेगा फोकस

महिला व बाल अपराध तथा साइबर क्राइम पर लगाम लगाने की दिशा में विशेष जोर रहेगा। संगठित अपराध की जड़ पूरी तरह से खत्म हो, इस दिशा में उनका प्रयास रहेगा। कौन-कौन गैंग इलाके में सक्रिय हैं, किस-किस तरह के अपराध को वे अंजाम दे रहे हैं आदि विषयों के बारे में जानकारी हासिल कर बाहर घूम रहे गुर्गों को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाने का प्रयास होगा। चोरी, झपटमारी जैसी वारदातों के ऊपर भी नजर रखी जाएगी।

सभी थाना पुलिस की सक्रियता बढ़ाई जाएगी

थाना पुलिस की सक्रियता और बढ़ाई जाएगी। वारदात होने के कुछ ही मिनट के भीतर पुलिस मौके पर पहुंचे, इस दिशा में और प्रयास किए जाएंगे। गुरुग्राम दिल्ली के नजदीक है। यही नहीं कहीं भी बाहर निकलने की सुविधा बेहतर है। इस वजह से वारदातों को अंजाम देकर गुरुग्राम से बाहर निकलना बहुत ही आसान है।

ऐसे में यदि वारदात की सूचना मिलने के कुछ ही मिनट के भीतर पुलिस मौके पर पहुंच जाए तो बदमाश आसानी से पकड़े जा सकते हैं। बीट सिस्टम की मजबूती पर और अधिक जोर दिया जाएगा। बीट सिस्टम की मजबूती ही पुलिस की असली ताकत है। लंबित मामलों की जांच में तेजी लाने के ऊपर जोर दिया जाएगा।

आम आदमी से बेहतर संवाद करने पर जोर

जो बदमाशी करते हैं वही पुलिस के निशाने पर होते हैं। अच्छे लोगों को पुलिस से डरने की जरूरत नहीं। अच्छे लोगों के साथ थानों में और बेहतर तरीके से पुलिस संवाद करे, इस दिशा में प्रयास किया जाएगा। इसके लिए वह सभी थाना प्रभारियों के साथ संवाद करेंगे।

लोगों से संवाद कैसे किया जाए, इस बारे में पुलिसकर्मियों की ट्रेनिंग पर भी जोर दिया जाएगा। कानून व्यवस्था की मजबूती के लिए शहरी क्षेत्रों में आरडब्ल्यूए के साथ संवाद बढ़ाया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों में भी मौजिज लोगों के साथ समय-समय पर संवाद किया जाएगा।

साइबर क्राइम को लेकर किया जाएगा जागरूक

साइबर क्राइम पर लगाम लगाने की दिशा में हर क्षेत्र के लोगों से संवाद बढ़ाया जाएगा। साइबर क्राइम से हर वर्ग व हर उम्र के लोग परेशान हैं। इसके लिए जागरूकता के ऊपर जोर देना आवश्यक है। कालेज विद्यार्थियों के साथ संवाद बढ़ाया जाएगा।

श्रमिक वर्ग को समझाया जाएगा कि वे किसी को न ही अपना एटीएम कार्ड दें और न ही पिन नंबर बताएं। यदि कोई फोन करके पैसे की मांग करता है तो पहले छानबीन करें। किन-किन विषयों को लेकर लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है, इस बारे में पहले पुलिसकर्मियों के साथ संवाद किया जाएगा ताकि वे बेहतर तरीके से आगे संवाद कर सकें।

Bureau Report

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