नईदिल्ली: बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस पर बड़ा आरोप लगाया है. नड्डा ने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नेशनल रिलीफ फंड का पैसा राजीव गांधी फाउंडेशन को दिया गया. PMNRF संकट में लोगों की मदद करने के लिए बना लेकिन यूपीए के कार्यकाल में इस फंड से राजीव गांधी फाउंडेशन को पैसे दिए जा रहे थे.
जेपी नड्डा ने कहा, ‘PMNRF बोर्ड में उस समय कौन बैठा था? श्रीमती सोनिया गांधी, RGF की अध्यक्षता कौन करता है? श्रीमती सोनिया गांधी.’
नड्डा ने कहा, ‘ये पूरी तरह से निंदनीय, नैतिकता की अवहेलना करने वाला है.’
गौरतलब है कि आपने देखा होगा कि चीन से टकराव के बीच, गांधी परिवार और कांग्रेस, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तो खूब सवाल उठा रहे हैं, लेकिन चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के खिलाफ कांग्रेस के नेता एक शब्द नहीं बोलते. लेकिन ऐसा क्यों है, जिनके आधार पर ये संकेत मिलते हैं कि चीन से मिले पैसे की वजह से कांग्रेस का मुंह चीन के खिलाफ बंद है.
राजीव गांधी फाउंडेशन से जुड़े कई दस्तावेज खोजे हैं. जिनसे ये बात सामने आ रही है कि चीन की सरकार से, गांधी परिवार की इस संस्था को अच्छा-खासा चंदा मिलता रहा है. दरअसल राजीव गांधी फाउंडेशन वैसे तो सामाजिक कार्यों से जुड़ी संस्था है, लेकिन ये संस्था वही लोग चलाते हैं, जो कांग्रेस पार्टी को भी चलाते हैं यानी इसके कर्ताधर्ता गांधी परिवार से हैं, या फिर उनके बेहद करीबी हैं.
वर्ष 1991 में बने राजीव गांधी फाउंडेशन के बोर्ड में दस ट्रस्टी हैं, जिनमें तीन ट्रस्टी गांधी परिवार से ही हैं. कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी इस संस्था की चेयरपर्सन हैं. उनके पुत्र राहुल गांधी और पुत्री प्रियंका गांधी वाड्रा भी इस संस्था में ट्रस्टी हैं. इसके अलावा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, अर्थशास्त्री मोंटेक सिंह अहलूवालिया, पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम भी इस संस्था के ट्रस्टी हैं. ये वो लोग हैं जो गांधी परिवार के विश्वासपात्र हैं. इस संस्था में बाकी सदस्य भी गांधी परिवार और कांग्रेस के करीबी हैं.
Bureau Report
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