नईदिल्ली: करीब 6 से ज्यादा राज्यों में बर्ड फ्लू के मामले सामने आने के बाद राज्य सरकारें अलर्ट पर हैं. वहीं केंद्र सरकार ने भी स्थिति की गंभीरता को देखते हुए एक कंट्रोल रूम बनाया है, जिससे हर राज्य के संपर्क में रहा जा सके.
मध्य प्रदेश में बर्ड फ्लू के सबसे अधिक मामले
कोरोना संकट के बीच देश में सामने आ रहे बर्ड फ्लू के मामले डरा रहे हैं. मध्य प्रदेश में बर्ड फ्लू के सबसे अधिक मामले सामने आए हैं. यहां सैकड़ों की संख्या में कौवे मर गए हैं और उनमें ये वायरस मिला है. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हालात को देखते हुए इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है.
राज्य में पॉल्ट्री फॉर्म में पक्षियों के सैंपल लिए जाएंगे, इसके लिए जल्द ही राज्य सरकार निर्देश जारी करेगी.
केंद्र सरकार ने भी राजस्थान, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और केरल में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद दिल्ली में एक कंट्रोल रूम बनाया है, जिसके जरिए देश में आ रहे ऐसे मामलों पर नजर रखी जा सके.
कर्नाटक ने जारी किया अलर्ट
बर्ड फ्लू के खतरे को देखते हुए कर्नाटक ने केरल से सटी अपनी सीमा पर अलर्ट जारी कर दिया है. कर्नाटक के चार जिलों में अलर्ट जारी किया गया है. केरल ने भी प्रभावित इलाकों में पक्षियों को मारने के आदेश दिए हैं.
भारत में अबतक मध्य प्रदेश, राजस्थान, इंदौर, केरल और गुजरात समेत कई राज्यों में बर्ड फ्लू के मामले सामने आए हैं. करीब दस राज्यों ने अपने यहां अलर्ट जारी कर दिया है.
क्या है बर्ड फ्लू?
Bird Flu की बीमारी Avian Influenza वायरस H5N1 की वजह से होती है. ये वायरस पक्षियों से मनुष्यों तक पहुंचता है. World Health Organization के अनुसार Bird Flu का इंफेक्शन एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक पहुंचना मुश्किल है. लेकिन ये वायरस जानलेवा है. इस वायरस से संक्रमित लोगों की मृत्यु दर 60 प्रतिशत है.
पूरी दुनिया में एक साल के भीतर कोरोना वायरस से 18 लाख 64 हजार लोगों की मृत्यु हुई और इस वक्त कोरोना की मृत्यु दर 3% है, जबकि Bird Flu से संक्रमित मरीजों की मृत्यु दर 60% है. इसका मतलब ये है कि कोरोना वायरस के मुकाबले Bird Flu इंसानों के लिए बहुत ज्यादा खतरनाक है. Bird Flu से मरीजों की मृत्यु दर कोरोना के मुकाबले 20 गुना ज्यादा है.
Bureau Report
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