शिवसागर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (शनिवार को) असम दौरे पर पहुंचे हैं. पीएम मोदी आज सुबह असम के जोरहाट एयरपोर्ट पर पहुंचे. इसके बाद वो जोरहाट एयरपोर्ट से सेना के विशेष हेलीकॉप्टर से शिवसागर गए. पीएम मोदी इस वक्त शिवसागर जिले में एक रैली को संबोधित कर रहे हैं. इस मौके पर असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने पीएम मोदी का स्वागत किया.
असम के शिवसागर जिले में रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस को नमन किया. उन्होंने कहा कि आज भारत नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जन्म जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मना रहा है. हमारी धरती माता का रूप है और ये भूपेन हजारिका ने कहा था. आत्मविश्वास तभी बढ़ता है जब घर-परिवार में भी सुविधाएं मिलती हैं और बाहर का इंफ्रास्ट्रक्चर भी सुधरता है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बीते सालों में इन दोनों मोर्चों पर असम में अभूतपूर्व काम किया गया है. असम में जब सरकार बनी तो 6 लाख मूल निवासी ऐसे थे, जिनके पास कानूनी कागज नहीं थे. सर्बानंद सोनोवाल की सरकार ने गंभीरता से काम किया. आत्मनिर्भर असम का रास्ता असम के लोगों के आत्मविश्वास से होकर गुजरता है.
पीएम मोदी ने कहा कि अब लाखों लोगों के जीवनस्तर के बेहतर होने का रास्ता भी बना है, अब इन्हें केंद्र सरकार की योजना का लाभ मिलेगा, जो सीधे इनके बैंक खातों में जाएगा. आत्मनिर्भर भारत के लिए नार्थ-ईस्ट और असम का तेज विकास बहुत ही जरूरी है. पौने दो करोड़ गरीबों के खाते खोले गए, जिसमें कोरोना काल में सहायता राशि भेजी गई.
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि असम में जब हमारी सरकार बनी तो उस समय भी यहां करीब-करीब 6 लाख मूल निवासी परिवार थे, जिनके पास जमीन के कानूनी कागज नहीं थे. पहले की सरकारों में आपकी ये चिंता उनकी प्राथमिकता में ही नहीं थी. आज असम के मूल निवासियों की भाषा और संस्कृति के संरक्षण के साथ-साथ भूमि से जुड़े उनके अधिकारों को सुरक्षित करने पर भी विशेष जोर दिया जा रहा है.
पीएम मोदी ने कहा कि 2019 में जो नई लैंड पॉलिसी बनाई गई, वो यहां की सरकार की प्रतिबद्धता को दिखाता है. असम की लगभग 70 छोटी-बड़ी जनजातियों को सामाजिक संरक्षण देते हुए, उनका तेज विकास हमारी सरकार की प्रतिबद्धता रही है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अटल जी की सरकार हो या फिर बीते कुछ सालों से केंद्र और राज्य में एनडीए की सरकार, असम की संस्कृति और स्वाभिमान की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता रही है. असमिया भाषा और साहित्य को प्रोत्साहन देने के लिए भी अनेक कदम उठाए गए हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि इसी तरह हर समुदाय के महान व्यक्तित्वों को सम्मान देने का काम बीते सालों में यहां किया गया है. ऐसी धरोहर को बचाने और उसका प्रचार-प्रसार करने के लिए कोशिश हो, ये हर सरकार की जिम्मेदारी होनी चाहिए थी. लेकिन बाटाद्रवा सत्र सहित दूसरे सत्रों के साथ क्या बर्ताव किया गया, ये आपसे छुपा नहीं है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि श्रीमंत शंकरदेव जी का दर्शन, उनकी शिक्षा असम के साथ-साथ संपूर्ण देश, पूरी मानवता के लिए बहुत अनमोल संपत्ति है. आज असम की करीब 35 लाख गरीब बहनों की रसोई में उज्जवला का गैस कनेक्शन है. इसमें भी लगभग 4 लाख परिवार SC/ST वर्ग के हैं. 2014 में जब हमारी सरकार केंद्र में बनी, तब असम में LPG कवरेज सिर्फ 40 प्रतिशत ही थी. अब उज्जवला की वजह से असम में LPG कवरेज बढ़कर करीब-करीब 99% हो गई है.
पीएम मोदी ने कहा कि आपका आशीर्वाद मेरे लिए बहुत बड़ा सौभाग्य है. आपका ये प्रेम और स्नेह मुझे बार-बार असम ले आता है. पिछले साल कोकराझार में ऐतिहासिक बोडो समझौते के बाद जो उत्सव हुआ था, उसमें मैं शामिल हुआ था और आज फिर आपकी खुशियों में शामिल होने आया हूं.
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