नई दिल्ली: अफगानिस्तान पर तालिबान (Taliban) के कब्जे के बाद लगातार हालात बदल रहे हैं और इसी घटनाक्रम पर चर्चा के लिए केंद्र सरकार ने आज (26 अगस्त) को सर्वदलीय बैठक (All Party Meet on Afghanistan Situation) बुलाई है, जो दिल्ली में चल रही है. अफगानिस्तान में तालिबान के शासन पर भारत सरकार को ये तय करना है कि उसकी रणनीति क्या होगी और यही रणनीति सर्वदलीय बैठक का मुख्य एजेंडा है.
विदेश मंत्री देंगे सरकार के रुख की जानकारी
सर्वदलीय बैठक (All Party Meet) में विदेश मंत्री एस जयशंकर (S. Jaishankar) अफगानिस्तान को लेकर सरकार का क्या रुख रहेगा इसकी जानकारी देंगे. इसके अलावा अब तक अपने लोगों और देश के हितों को सुरक्षित रखने के लिए क्या कुछ किया गया है, वे इस बात की भी जानकारी देंगे.
बैठक में शामिल होगी तृणमूल कांग्रेस
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने कहा है कि उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) के प्रतिनिधि बैठक में शामिल होंगे. तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख बनर्जी ने कोलकाता में राज्य सचिवालय में संवाददाताओं से कहा था, ‘हम निश्चित रूप से अफगानिस्तान के संबंध में गुरुवार को होने वाली सर्वदलीय बैठक में शामिल होंगे.’
अब तक 800 से ज्यादा लोगों को लाया जा चुका है भारत
अफगानिस्तान से लोगों को निकालने के अभियान जारी है और भारत अब तक सिख और हिंदू समुदाय के अफगान समेत करीब 800 से ज्यादा लोगों को वापस ला चुका है. मंगलवार को तजाकिस्तान की राजधानी दुशांबे के रास्ते अफगानिस्तान से 78 भारतीय और अफगानी नागरिकों दिल्ली लाया गया था. अफगानिस्तान से निकालकर लाए गए 146 भारतीय नागरिक कतर की राजधानी से चार अलग-अलग विमानों के जरिए सोमवार को भारत पहुंचे. इन नागरिकों को अमेरिका और नाटो के विमान के जरिए पिछले कुछ दिन में काबुल से दोहा ले जाया गया था.
भारत तीन उड़ानों के जरिए दो अफगान सांसदों समेत 392 लोगों को रविवार को देश वापस लाया था. इससे पहले, 16 अगस्त को 40 से अधिक लोगों को स्वदेश लाया गया था, जिनमें से ज्यादातर भारतीय दूतावास के कर्मी थे. काबुल से दूसरे विमान से 150 लोगों को लाया गया, जिनमें भारतीय राजनयिक, अधिकारी, सुरक्षा अधिकारी और कुछ अन्य भारतीय थे, जिन्हें 17 अगस्त को लाया गया था.
Bureau Report
Leave a Reply