तमिलनाडु के विरुधुनगर जिले में भाजपा के पार्टी कार्यालय से नव स्थापित ‘भारत माता’ की प्रतिमा को हटा दिया गया। पुलिस और राजस्व अधिकारियों द्वारा सोमवार देर रात उठाए इस कदम से सत्तारूढ़ द्रमुक और भगवा दल के बीच एक नया राजनीतिक विवाद शुरू हो गया।
आज अन्नामलाई करने वाले थे अनावरण
भाजपा की तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष के अन्नामलाई, जिन्होंने छह महीने लंबी ‘मेरी भूमि, मेरे लोग’ नामक पदयात्रा शुरू की है, वह बुधवार को ‘भारत माता’ की प्रतिमा का अनावरण करने वाले थे। बता दें, पार्टी नेताओं ने 9 से 11 अगस्त के बीच विरुधुनगर में प्रवेश करने वाली पदयात्रा से पहले जिला पार्टी मुख्यालय में काले पत्थर से बनी भारत माता की प्रतिमा स्थापित की थी। अधिकारियों द्वारा प्रतिमा हटाए जाने की पार्टी ने निंदा की है।
बिना अनुमति के लगाई गई थी प्रतिमा
अरुप्पुकोट्टई राजस्व मंडल अधिकारी शिवकुमार और तहसीलदार भास्करन के नेतृत्व में अधिकारियों ने अनुमति प्राप्त किए बिना प्रतिमा की स्थापना को लेकर सवाल किया। उन्होंने भाजपा पदाधिकारियों को इसे हटाने का निर्देश दिया। हालांकि, नेताओं ने ऐसा करने से इनकार कर दिया और कहा कि यह प्रतिमा सार्वजनिक स्थान पर स्थापित नहीं की गई है। इसे एक निजी पट्टे की जमीन के अंदर स्थापित किया गया है।
…इसलिए खुद पहुंचे अधिकारी
वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि प्रतिमा बिना पूर्व अनुमति के स्थापित की गई थी और यह उच्च न्यायालय के निर्देश और सरकार द्वारा जारी आदेश के खिलाफ थी। भाजपा कार्यकर्ताओं को प्रतिमा हटाने के लिए कहा गया था, लेकिन उन्होंने आदेशों का पालन करने से इनकार कर दिया। इसके बाद राजस्व अधिकारियों ने खुद प्रतिमा हटाने का फैसला लिया। अधिकारी पुलिस को साथ लेकर सोमवार देर रात भाजपा कार्यालय पहुंच गए और प्रतिमा को हटा दिया।
प्रतिमा हटाने की निंदा
भाजपा कार्यकर्ताओं ने दावा किया कि पुलिस ने गेट का ताला तोड़ दिया और कार्यालय परिसर में घुसकर प्रतिमा को हटा दिया। इस बीच, अन्नामलाई ने इसकी कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा है कि द्रमुक के भ्रष्ट शासन में भाजपा को अपने परिसर में भारत माता की प्रतिमा स्थापित करने की भी अनुमति नहीं दी जा रही। उन्होंने कहा कि यह कदम जिले के दो द्रमुक मंत्रियों के डर का नतीजा है क्योंकि हमारी यात्रा उनकी सरकार के भ्रष्टाचार को उजागर कर रही है।
Bureau Report
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