पटना: लालू प्रसाद यादव के परिवार पर लग रहे भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच(जदयू) की पटना में विधानमंडल के सदस्यों की बैठक शुरू हो गई है. जेडीयू नेताओं ने बैठक से मीडिया से बातचीत में कहा कि नीतीश कुमार मूल्यों से समझौता नहीं करेंगे. इससे पहले प्रदेश भाजपा ने सीएम से कहा कि वह लालू यादव से अपना नाता तोड़ लें.
सूत्रों के अनुसार जेडीयू के सांसदों और विधायकों की बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तेजस्वी यादव से इस्तीफा मांग सकते हैं. भ्रष्टाचार के आरोपों में फंसे लालू प्रसाद यादव के परिवार पर विपक्षी पार्टियों ने हमला तेज कर दिया है. हालांकि बीजेपी BJP की उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के इस्तीफे की मांग पर राजद ने साफ कर दिया है कि तेजस्वी इस्तीफा नहीं देंगे. बैठक को इसलिए खास माना जा रहा है क्योंकि लालू प्रसाद के ठिकानों पर सीबीआई छापेमारी के बाद से अब तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सार्वजनिक रूप से कोई टिप्पणी नहीं की है.
जदयू ने भी लालू के समर्थन में कोई बात नहीं कही है. महागठबंधन के घटक दल कांग्रेस ने एकजुटता की अपील करते हुए राजद का समर्थन किया है. दूसरी तरफ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और सांसद नित्यानंद राय ने सोमवार को कहा था कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजद से अपना नाता तोड़ लें. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि अगर नीतीश कुमार लालू प्रसाद से अलग होते हैं तो उन्हें भाजपा बाहर से समर्थन दे सकती है. हालांकि इस पर अंतिम निर्णय केंद्रीय नेतृत्व करेगा.
उन्होंने लालू प्रसाद यादव से से कहा कि वे जनता को बताएं कि इतनी संपत्ति उन्होंने कहां से अर्जित की है. उन्होंने कहा कि अवैध और गैरकानूनी संपत्ति अर्जित करने वालों पर कार्रवाई होनी ही चाहिए, चाहे उनकी हैसियत या उनका ओहदा कोई भी हो.
इन सबके बीच सबसे बड़ा सवाल इस वक्त यही है कि तेजस्वी यादव का सियासी भविष्य क्या होगा? इससे पहले पांच मंत्रियों पर भ्रष्टाचार के मामले उजागर होने के बाद नीतीश कुमार ने उनसे इस्तीफा ले लिया था. दरअसल नीतीश कुमार की छवि साफ है. वह इस मामले में किसी भी कीमत पर समझौता करने के लिए तैयार नहीं है.
अब जदयू की बैठक के बाद ही स्थिति साफ होगी कि मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से इस्तीफा देने को कहेंगे या राजद के समर्थन की घोषणा करेंगे. इसी बीच विपक्षी भाजपा ने स्पष्ट कर दिया है कि वह नीतीश कुमार को समर्थन देने के लिए तैयार है.
Bureau Report
Leave a Reply