नईदिल्लीः राजधानी दिल्ली में एनएच 24 पर बुधवार को हुए दर्दनाक सड़क हादसे में इनोवा में सवार 5 लोगों की मौत हो गई. ये हादसा इनोवा की डंपर से टक्कर के बाद हुआ. इनोवा गाड़ी एयरपोर्ट से मेरठ की तरफ जा रही और कल्याणपुरी के समीप एक डंपर ने इसे टक्कर मार दी. टक्कर इतनी भीषण थी कि इनोवा में बैठे 9 लोगों में से 5 लोगो की मौके पर ही मौत हो गई और 3 बच्चों समेत 4 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए.
बताया जा रहा है कि डंपर सड़क की दूसरी तरफ से आ रहा था और डिवाइडर तोड़ते हुए सड़क के इस तरफ आ गया और इसी दौरान उसने इनोवा को इतनी जबरदस्त टक्कर मारी की इनोवा 2 से 3 बार पलट गई और बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है.
चश्मदीद के मुताबिक डंपर बेहद तेज रफ्तार आ रहा था. मृतक परिवार मेरठ का रहने वाला है और सुबह दिल्ली एयरपोर्ट से मेरठ की तरफ जा रहे थे. सड़क हादसे को अंजाम देने के बाद डंपर का ड्राइवर मौके से फरार हो गया. मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारी हादसे की जांच कर रहे है. परिवार के 3 लोग ईरान से लौटे थे बाकी लोग उनको लेने आये थे.
मृतकों के नाम कमर अबास जैदी (55), अंजुम फात्मा जैदी (50), अज़हर अबास जैदी (18), जुही फातिमा (14), मेहराज ड्राइवर (33) हैं. वहीं, घायलों के नाम अब्बास, अली, सुजाना और अंजुम फातिमा (38) हैं.
बकरीद मनाने ईरान से आया था परिवार
दिल्ली में हुए सड़क हादसे एक ही परिवार के चार लोगों की मौत के बाद मेरठ के चौड़ा कुंआ इलाके में मातम का माहौल है. रिश्तेदारों का कहना था कि ईरान के तेहरान में रहने वाला कल्बे अब्बास का परिवार बकरीद मनाने के लिए भारत आया था. कल्बे अब्बास को अपने दफ्तर से छुट्टी नही मिली थी. इधर बेटे के स्कूल बंद होने के बाद पत्नी अंजुम फातिमा व बेटे ने भारत जाने की जिद की थी. कल्बे अब्बास ने दोनों को भारत भेज दिया था. इन दोनों को लेने की परिवार मेरठ से दिल्ली आया था.
कमर अब्बास के साले व मुजफ्फरनगर निवासी शाहाब ने बताया कि काफी समय पूर्व कल्बे अब्बास ईरान में पढ़ाई के लिए गए थे. वहां करीब 27 साल पूर्व उन्होंने रेडियो तेहरान में सरकारी नौकरी शुरू की थी.शादी के बाद वह पत्नी को भी ईरान ले गए थे. बेटा अली अब्बास वहीं पर पैदा हुआ था. बकरीद पर उनको छुट्टी नही मिली और वह नहीं आ पाए. अब परिवार के हादसे की खबर सुनते ही वह छुट्टी लेकर भारत के लिए रवाना भी हो गए हैं.
इनकी पत्नी अंजुम फातिमा जैदी के सिर में गंभीर चोट लगी है. वह कोमा में है. उनका दिल्ली के जीटीबी अस्पताल में इलाज जारी है. बाकी बच्चे खतरे से बाहर हैं. अब परिवार अंजुम की जान के लिए दुआएं कर रहा है.
Bureau Report
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