सिरसा: बलात्कार के दोषी डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को 20 साल की सजा सुनाई जा चुकी है. इसके बाद से ही उसके डेरे पर कार्रवाई की बात कही जा रही है. इसी कड़ी में मंगलवार को डेरा के सिरसा आश्रम में कार्रवाई की गई. यहां से 18 लड़कियों को छुड़ाया गया. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इन्हें आश्रम में शाही बेटी कहा जाता था. यहां से छुड़ाने के बाद इनका मेडिकल परीक्षण किया जाएगा. सिरसा सिविल हॉस्पिटल के सीएमओ गोविंद गुप्ता ने कहा कि डेरा के आश्रम से 18 लड़कियों को रेस्क्यु कर यहां लाया गया है. अब इनका मेडिकल परीक्षण किया जा रहा है.
24 घंटे हाजिर रहती थीं खास तौर पर ट्रेंड 250 सेविकाएं
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो गुरमीत राम रहीम ने खासतौर से अपनी सेवा के लिए कई साध्वियों की ड्यूटी लगा रखा थी. बताया जा रहा है कि राम रहीम ने अपनी सेवा में 200-250 साध्वियां लगी रखी थीं. इन साध्वियों को विशेष तौर पर ट्रेंड किया जाता था और उन्हें किसी भी अन्य मर्द से बात करने की मनाही थी. इतना ही नहीं ये साध्वियां जिस जगह रहती थीं, उसके 8-10 फीट के दायरे में पुरुषों के जाने पर प्रतिबंध था. केवल राम रहीम ही उनके पास जा सकता था.
अधिकारियों का कहना है कि डेरा परिसर के भीतर अब भी करीब 15,000 लोग हैं. डेरा परिसर के भीतर 10,000-12,000 लोग रहते हैं. डेरा अपने आप में एक छोटे शहर जैसा है, जिसमें घर, स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, स्टेडियम व दूसरे बुनियादी सुविधाएं हैं. सुरक्षा प्रतिष्ठानों के अनुमान के मुताबिक अब भी डेरे के अंदर 2000-3000 अनुयायी हैं.
28 अगस्त को सीबीआई की विशेष अदालत के न्यायाधीश ने रोहतक की सुनारिया जेल में राम रहीम को सजा सुनाई. उन्हें दो साध्वियों के साथ दुष्कर्म के लिए 20 साल की सजा सुनाई गई है और उन पर 30 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है.
Bureau Report
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