रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण: सिर्फ 11 साल में बनीं बीजेपी की बड़ी नेता

रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण: सिर्फ 11 साल में बनीं बीजेपी की बड़ी नेतानईदिल्ली: नरेंद्र मोदी सरकार के तीसरे मंत्रिमंडल विस्‍तार की सबसे बड़ी खबर रही देश के नए रक्षामंत्री का ऐलान होना. निर्मला सीमारमण को यह जिम्‍मा सौंपा गया है. वे देश की पहली पूर्णकालिक महिला रक्षामंत्री हैं. हालांकि इंदिरा गांधी भी रक्षामंत्री की जिम्‍मेदारी संभाल चुकी हैं लेकिन उनके पास प्रधानमंत्री पद भी था. इसके साथ ही पहली बार सुरक्षा से जुड़ी कैबिनेट कमिटी में दो महिलाएं (सुषमा स्‍वराज और निर्मला सीतारमण) हैं.

नए विस्‍तार में तमिलनाडु के मदुरई में जन्‍मीं सीतारमण को प्रमोशन दिया गया है. उनके पास वाणिज्‍य राज्‍य मंत्री का जिम्‍मा था. मोदी कैबिनेट के रीव्‍यू में इस मंत्रालय का काम काफी अच्छा था. वाणिज्‍य मंत्री रहते हुए सीतारमण ने कई देशों के साथ व्‍यापारिक समझौतों को भारत के हित में लागू कराने में कामयाबी पाई. इसके चलते पीएम मोदी की महत्‍वाकांक्षी स्‍टार्ट अप योजना को मदद मिली. जीएसटी के लागू कराने में भी उनका अहम रोल था. रक्षा मंत्री के बनने के बाद निर्मला सीतारमण को अब खुद को नए सिरे से साबित करना होगा.

निर्मला सीतारमण के जरिए बीजेपी तमिलनाडु की राजनीति में अपनी मौजूदगी बढ़ाना चाहती है. उन्‍होंने ही सबसे पहले जल्लीकट्टू पर लगी रोक के खिलाफ अध्‍यादेश लाने की बात कही थी. बाद में तमिलनाडु सरकार ने ऐसा ही किया.

कौन है निर्मला सीतारमण:

– उनका जन्‍म तमिलनाडु में हुआ और शादी आंध्रप्रदेश में.
– 1980 में उन्‍होंने जेएनयू से एमए किया और बाद में ‘गेट फ्रेमवर्क के अंदर भारत-यूरोप टेक्‍सटाइल व्‍यापार’ पर पीएचडी की.
– निर्मला ने लंदन में प्राइसवाटरहाउसकूपर्स रिसर्च में काम किया.
– कुछ साल बाद वे पति के साथ हैदराबाद लौट आईं. यहां उन्‍होंने एक स्‍कूल खोला और पब्लिक पॉलिसी संस्‍थान खोला.
– 2006 में राष्‍ट्रीय महिला आयोग में कार्यकाल खत्‍म होने के बाद वे बीजेपी से जुड़ गईं.
– 2014 के लोकसभा चुनावों से पहले उन्‍हें प्रवक्‍ता बना दिया गया. हिंदी ना जानने के बावजूद निर्मला ने अपनी बोलने की शैली से अपनी छाप छोड़ी. इस दौरान वे टीवी पर बीजेपी का बड़ा चेहरा थीं.
– मई 2014 मोदी सरकार बनने पर उन्‍हें वाणिज्‍य राज्‍य मंत्री बनाया गया.
 
Bureau Report
 

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