तमिलनाडु पेरियार की मूर्ति की सुरक्षा में तैनात किए गए पुलिसकर्मी.

तमिलनाडु पेरियार की मूर्ति की सुरक्षा में तैनात किए गए पुलिसकर्मी.कोयंबटूर: त्रिपुरा में लेनिन की मूर्ति गिराए जाने के बाद उठा विवाद अभी थमा भी नहीं था कि मंगलवार रात तमिलनाडु के वेल्लोर में सामाज सुधारक और तर्कवादी नेता पेरियार की मूर्ति को नुकसान पहुंचाया गया. इसके बाद तमिलनाडु के कोयंबटूर स्थित गांधीपुरम में लगी पेरियार की एक मूर्ति के पास ऐहतियातन कई सुरक्षाकर्मियों की तैनाती कर दी गई, ताकि कोई उनकी प्रतिमा को नुकसान न पहुंचा सके.

तमिलनाडु के कोयंबटूर के गांधीपुरम स्थित पेरियार की मूर्ति की सुरक्षा में 4 पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया गया है. वेल्लूर की घटना के बाद प्रशासन ने जिले की सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी है. पुलिस ने कहा कि पेरियार की मूर्ति को आंशिक नुकसान पहुंचा है. 

आपको बता दें कि बुधवार को कोलकाता में जनसंघ के संस्‍थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मूर्ति तोड़ दी गई. साथ ही उनकी मूर्ति पर कालिख भी पोत दी गई. जानकारी के मुताबिक, बुधवार सुबह करीब 8 बजे टॉलीगंज स्थित श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मूर्ति को तोड़ दिया गया.

बीजेपी नेता ने कहा था, लेनिन के बाद पेरियार की बारी
त्रिपुरा में लेनिन की मूर्ति गिराए जाने के बाद बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव एच राजा ने फेसबुक पोस्ट के जरिए कहा था कि लेनिन के बाद अब तमिलनाडु में पेरियार की बारी है. एच राजा ने पेरियार को जातिवादी बताया था. लेनिन को लेकर उन्होंने लिखा, आखिर लेनिन कौन थे? और उनका भारत से क्या कनेक्शन है? हालांकि विवाद बढ़ने के बाद एच राजा ने फेसबुक पोस्ट को डिलीट कर दिया. फेसबुक पोस्ट को लेकर पूछे गए सवाल पर बीजेपी नेता ने कहा, मेरे फेसबुक पेज पर वह पोस्ट मेरी अनुमति के बिना किया गया. जब मुझे इसका पता चला तो मैंने तुरंत उस पोस्ट को डिलीट कर दिया.

तमिलनाडु पुलिस ने पेरियार की मूर्ति को नुकसान पहुंचाने के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने कहा कि गिरफ्तार दो लोगों में एक बीजेपी और दूसरा सीपीआई का कार्यकर्ता है.

प्रधानमंत्री ने जताई नाराजगी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में एक के बाद एक मूर्ति तोड़े जाने की घटना पर अफसोस जताया है. प्रधानमंत्री के बयान के बाद गृह मंत्रालय ने मामले को गंभीरता से लिया है. गृह मंत्रालय ने कहा कि मूर्ति तोड़े जाने की घटना को लेकर खुद प्रधानमंत्री ने मंत्रालय से बात की. उन्होंने इस तरह की घटना की निंदा की है. गृह मंत्रालय ने कहा कि देश के तमाम हिस्सों में जहां भी ऐसी घटनाएं हो सकती हैं वहां इसे रोकने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएं.

कौन थे पेरियार?
ईवी रामास्वामी उर्फ पेरियार तमिलनाडु के बड़े समाज सुधारक माने जाते हैं. उनका जन्म 1879 में हुआ था और देहांत 1973 में हुआ. तमिलनाडु की सामाजिक परिस्थितियों के खिलाफ उन्होंने पेरियार आंदोलन चलाया था. इस आंदोलन को तर्कवाद या नास्तिकता के प्रचार-प्रसार के लिए जाना जाता है. बाद में उन्होंने द्रविड़ कड़गम नाम से राजनीतिक पार्टी बनाई थी. इस आंदोलन से लाखों लोग जुड़े और खुले तौर पर नास्तिकता को स्वीकार किया. पेरियार ने अपनी पूरी जिंदगी नास्तिकता के प्रचार में लगा दी.

Bureau Report

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