यंगून: म्यांमार के राष्ट्रपति यू हतिन क्यॉव ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. इस बात की जानकारी उनके कार्यालय ने दी है. राष्ट्रपति कार्यालय के आधिकारिक फेसबुक पेज पर एक वक्तव्य में कहा गया कि म्यामांर के राष्ट्रपति यू हतिन क्यॉव ने 21 मार्च 2018 को पद से इस्तीफा दे दिया.
हतिन को आंग सान सू का दाहिना हाथ माना जाता था. उन्होंने दो साल के बाद 21 मार्च को अपने पद से इस्तीफा दिया है. उनके इस्तीफे के बाद नए राष्ट्रपति के चयन होने तक इस पद की जिम्मेदारी उपराष्ट्रपति मिंत स्वे संभालेंगे. सात कामकाजी दिनों में नए राष्ट्रपति का चयन कर लिया जाएगा.
साल 2017 में पीएम मोदी ने क्यॉव से की थी मुलाकात
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रोहिंग्या संकट मामले में साल 2017 के सितंबर में हतिन क्याव से मुलाकात की थी. मुलाकात में दोनों देशों के बीच ‘ऐतिहासिक संबंधों’ को और मजबूत करने के कदमों पर चर्चा की गई थी. भारत सरकार अपने देश में रोहिंग्या प्रवासियों को लेकर चिंतित थी और कहा था कि रोहिंग्या को स्वदेश वापस भेजने पर विचार रही है. ऐसा समझा जाता है कि करीब 40,000 रोहिंग्या भारत में अवैध रूप से रह रहे हैं.
एक दिन में 20 हजार रोहिंग्याओं का पलायन
संयुक्त राष्ट्र ने 9 सितंबर 2017 को कहा था कि म्यांमार के रखाइन प्रांत में हिंसा भड़कने के 15 दिनों में लगभग तीन लाख रोहिंग्या मुसलमान पलायन कर बांग्लादेश पहुंचे हैं. इस आंकड़े के अनुसार लगभग एक दिन में 20 हजार रोहिंग्याओं ने पलायन किया है. संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी के प्रवक्ता जोसेफ त्रिपुरा ने कहा था कि 25 अगस्त 2017 के बाद से 9 सितंबर, 2017 तक लगभग दो लाख 90 हजार रोहिंग्या बांग्लादेश पहुंचे हैं.
Leave a Reply