बटर मिल्‍क, ग्‍लूकोन-डी और ठंडा पानी, तपती धूप में अपने ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को ऐसे कूल रख रही हैदराबाद पुलिस.

बटर मिल्‍क, ग्‍लूकोन-डी और ठंडा पानी, तपती धूप में अपने ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को ऐसे कूल रख रही हैदराबाद पुलिस.हैदराबाद: मार्च का महीना खत्म होने से पहले ही दिल्ली, यूपी, हैदराबाद, मुंबई और देश के तमाम शहरों के लोग चिलचिलाती धूप और चढ़ते पारे से परेशान हैं. तो वहीं, दक्षिण भारत में गर्मी का सितम अभी से ही बेकाबू होता जा रहा है. गर्मी के सितम से ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को बचाने के लिए एक अनोखा रास्ता निकाला गया है. हैदाराबाद पुलिस ने गर्मी से ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को राहत मिल सके इसलिए छाछ के पैकेज बांट हैं. 

गर्मी से बचने के लिए दिया जाएगा ग्लूकोज
एडिनिशनल सीपी (ट्रैफिक) अनिल कुमार ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि गर्मियों में शहर की ट्रैफिक व्यवस्था में तैनात रहने वाले पुलिस अधिकारियों छाछ के अलावा रोजाना, ग्लूकोज-डी और पानी की बोलतें दी जाएंगी. उन्होंने बताया कि ट्रैफिक पुलिस वालों को डिहाइड्रेशन की समस्या ना हो इसके लिए यह कदम उठाया गया है. उन्होंने कहा कि गर्मियों में पुलिसकर्मियों को किसी तरह की परेशानी ना हो इसलिए सेहत के मद्देनजर यह फैसला लिया गया है. साथ ही शहर के सभी पुलिस के जवानों को दिन में पर्याप्त पानी पीने के लिए निर्देश दिए गए हैं.

इस साल सामान्य से ज्यादा पड़ेगी गर्मी
गौरतलब है कि मौसम विभाग पहले ही गर्मी को लेकर अलर्ट जारी कर चुका है. मौसम विभाग के मुताबिक, इस साल तापमान के सामान्य से डेढ़ से दो डिग्री तक ज्यादा रहने की आशंका है. दक्षिण भारत में इसका प्रभाव कुछ कम दिखेगा. दक्षिणी राज्यों में सामान्य से आधा डिग्री तक की बढ़ोत्तरी देखी जा रही है.

सात राज्यों में पड़ेगी भंयकर गर्मी!
मौसम विभाग के महानिदेशक केजे रमेश ने कहा कि पिछले तीन-चार सालों से करीब करीब यहीं रुझान देखे जा रहे हैं, लेकिन इस बार गर्मी का सबसे ज्यादा असर उत्तरी राज्यों में रहेगा, जिसमें जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश शामिल हैं.

बढ़ेगा लू का प्रकोप
मौसम विभाग ने बताया था कि जिन राज्यों में लू चलती है, वहां पर लू का प्रकोप कहीं ज्यादा रहने वाला है. मौसम विभाग के महानिदेशक केजे रमेश ने कहा कि यदि तापमान में बढ़ोतरी होती है तो जलवायु परिवर्तन का प्रकोप साफ तौर से देखा जा सकता है. जिसका सीधा-सीधा असर उत्तर भारत में पड़ने वाली गर्मी से लगाया जा सकता है.

Bureau Report

Be the first to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published.


*