नईदिल्ली: भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या के पास ब्रिटेन में कितनी संपत्ति है शायद यह किसी को मालूम ही नहीं. क्योंकि, ब्रिटिश हाई कोर्ट ने विजय माल्या की इंग्लैंड और वेल्स में संपत्तियां जब्त करने का आदेश तो दे दिया, लेकिन उसमें यह साफ नहीं हुआ कि संपत्ति कितनी जब्त होगी. एन्फोर्समेंट ऑफिसर्स को 10499 करोड़ रुपए की वसूली के आदेश मिले हैं. लेकिन, माल्या के पास ब्रिटेन में जो संपत्ति है उससे बैंकों के कर्ज की वसूली नहीं की जा सकती. हाई कोर्ट के आदेश के बाद भले ही भारतीय एजेंसियां और बैंक राहत महसूस कर रहे हों, लेकिन हकीकत यही है कि किसी को पता नहीं माल्या के पास वास्तव में कितनी संपत्ति है.
माल्या ने खुद किया खुलासा
हाई कोर्ट ने 8 मई को ब्रिटिश एनफोर्समेंट ऑफिसर्स को माल्या की संपत्तियों जब्त करने का आदेश दिया था. इस आदेश से 13 भारतीय बैंक अपने कर्ज की वसूली कर सकेंगे. लेकिन, माल्या ने पिछले हफ्ते कहा था कि उसके पास कुछकारों और जेवरात के अलावा ब्रिटेन में कुछ खास संपत्ति नहीं है. उसने कहा था कि उसके टेविन एस्टेट पर उसके बच्चों का मालिकाना हक है और लंदन स्थित उसके घर पर उसकी मां का मालिकाना हक है.
सिर्फ 782 करोड़ की संपत्ति
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, 21 अप्रैल 2016 को माल्या ने भारत के सुप्रीम कोर्ट में अपनी विदेशी संपत्तियों के बारे में हलफनामा देकर बताया था उसके पास विदेश में 11.4 करोड़ डॉलर यानी 782 करोड़ रुपए की संपत्ति है. इसमें नकद संपत्ति नहीं है लेकिन 5.25 मिलियन डॉलर यानी 36 करोड़ रुपए के ‘इन्वेस्टमेंट ऐंड कैश इक्विवेलेंट’ शामिल हैं. हालांकि, हलफनामे में उसकी अमेरिका में रह रही पत्नी रेखा और उसके बच्चों की संपत्ति शामिल नहीं थी.
इंग्लैंड की संपत्ति पर मालिकाना हक नहीं
माल्या ने फरवरी 2016 में डियाजिओ से मिले 40 मिलियन डॉलर (करीब 275 करोड़ रुपए) अपनी पत्नी रेखा को ट्रांसफर किए थे. अप्रैल में बैंकों ने हाई कोर्ट को बताया था कि माल्या ने दिसंबर 2017 के एक हलफनामे में कहा था कि वह इंग्लैंड की जिन 3 प्रॉपर्टीज में रहता है, उसमें उसका मालिकाना हक नहीं है.
फैमिली ट्रस्ट के नाम पर संपत्तियां
बैंकों ने खुलासा किया था कि ब्रिटेन में माल्या के तीनों घर उसके फैमिली ट्रस्ट से जुड़े हैं. जिसे उसने कंपनियों के जरिए जोड़ा हुआ है. लंदन स्थित उसका आलीशान घर 18/19 कॉर्नवॉल टेरस की कीमत करीब एक करोड़ पाउंड से ज्यादा है. इस पर मालिकाना हक ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स की कंपनी आरसीवी का है. आरसीवी पर ग्लैडको प्रॉपर्टीज इंक का हक है और ग्लैडको प्रॉपर्टीज इंक की मालिक कॉन्टिनेंटल ऐडमिनिस्ट्रेशन सर्विसेज लिमिटेड नाम की कंपनी की है, जो माल्या के फैमिली ट्रस्ट सिलेटा ट्रस्ट की ट्रस्टी है.
क्यों मुश्किल है वसूली?
माल्या के हर्टफोर्डशायर का टेविन, लेडीवॉक और ब्रैम्बल लॉज भी उसके फैमिली ट्रस्ट से जुड़े हुए हैं. जिनकी अनुमानित कीमत 1.5 करोड़ पाउंड है. हाई कोर्ट ने माल्या के ब्रिटेन स्थित किसी भी घर को जब्त करने की इजाजत नहीं दी है, सिर्फ घरों में मौजूद माल्या से जुड़े सामानों को जब्त करने की इजाजत है. क्योंकि, उसके सभी घर उसके नाम पर रजिस्टर्ड नहीं हैं. फैमिली ट्रस्ट के नाम से संपत्तियों के होने का माल्या को फायदा पहुंच सकता है. जब तक उसकी संपत्तियां ट्रस्ट के नाम रहेंगी, तब तक उनकी जब्ती बहुत ही मुश्किल होगी.
Bureau Report
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