नईदिल्ली: कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने शनिवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की ओर से उठाए गए राफेल डील के मुद्दे पर उनका बचाव किया. चिदंबरम ने कहा ‘मुझे लगता है कि राफेल मुद्दा सच में इतना गंभीर है कि इस पर सार्वजनिक बहस हो सकती है. इसकी गहराई से जांच होनी चाहिए. इसीलिए कांग्रेस अध्यक्ष और पार्टी की ओर से यह मुद्दा उठाया जाता है.’
पी चिदंबरम ने 1984 में हुए दंगों में कांग्रेस और राहुल गांधी को जिम्मेदार ठहराए जाने के मामलों पर भी सफाई दी. उन्होंने कहा ‘1984 में कांग्रेस की सरकार थी. उस वर्ष वाकई काफी खौफनाक घटना हुई, जिसके लिए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी संसद में खेद जताया था.’
चिदंबरम ने राहुल गांधी का बचाव करते हुए कहा ‘आप 1984 दंगों के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को जिम्मेदार नहीं ठहरा सकते. वह तब 13 या 14 साल के थे. उन्होंने किसी को दोषमुक्त नहीं किया.’
बता दें कि ब्रिटेन के हाउस ऑफ कॉमन्स परिसर में ‘भारत एवं विश्व’ नाम के एक परिचर्चा कार्यक्रम के दौरान राहुल गांधी ने शुक्रवार को कहा कि युवा नेताओं को साथ लाकर और महिला नेताओं को ज्यादा जगह देकर पार्टी खुद को बदलने को लेकर प्रतिबद्ध है. साल 1984 के सिख विरोधी दंगों में कांग्रेस पार्टी की ‘संलिप्तता’ के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में राहुल ने उस घटना को ‘त्रासदी’ और ‘दर्दनाक अनुभव’ करार दिया, लेकिन इस बात से सहमत नहीं हुए कि कांग्रेस इसमें ‘शामिल’ थी.
उन्होंने कहा, “मैं समझता हूं कि किसी के खिलाफ की गई कोई भी हिंसा गलत है. भारत में कानूनी प्रक्रियाएं चल रही हैं, लेकिन जहां तक मेरी राय है, उस दौरान हुई किसी भी गलती के लिए सजा मिलनी चाहिए…मैं इसमें 100 फीसदी समर्थन दूंगा.”
Bureau Report
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