नईदिल्ली: क्रिकेट के महानतम बल्लेबाज माने जाने वाले ऑस्ट्रेलिया के सर डॉन ब्रैडमैन का आज 110वां जन्मदिन है. ब्रैडमैन का जन्म 27 अगस्त 1908 को कूटामुण्डरा, न्यू साउथ वेल्स में हुआ था. ऑस्ट्रेलिया के इस दिग्गज बल्लेबाज ने अपने अपनी टीम को क्रिकेट के शीर्ष पर पहुंचाया और कई ऐसे रिकॉर्ड अपने नाम किए जिन्हें आज भी तोड़ा नहीं जा सका है और उनका टूटना सपना ही लगता है.
करियर में 12 डबल सेंचुरी का रिकॉर्ड, 1930 में हेडिंग्ले में एक ही दिन 309 रन बनाने का रिकॉर्ड जो टेस्ट क्रिकेट के एक ही दिन में किसी बल्लेबाज द्वारा बनाए गए सबसे ज्यादा रन हैं, किसी एक देश के खिलाफ 5000 से ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड (इंग्लैंड के खिलाफ कुल 5028 रन), या फिर सर्वाधिक टेस्ट औसत 99.94 का रिकार्ड. ऐसे कई रिकॉर्ड हैं जो ब्रैडमैन के नाम तो हैं लेकिन उनका टूटना आज नामुमकिन माना जाता है. सर्वाधिक औसत के बारे में जानकार तो यहां तक कहते हैं कि इस रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए शायद डॉन को दोबारा से आना होगा.
99.94 का रिकॉर्ड किया जाता है सबसे ज्यादा याद
ब्रैडमेन ने अपने टेस्ट कैरियर में कुल 52 टेस्ट मैच खेले थे जिसमें 99.94 की बल्लेबाजी औसत से कुल 6996 रन बनाए थे जिसमें 29 शतक और 13 अर्द्धशतक भी शामिल हैं. ब्रैडमेन ने अपने टेस्ट कार्यकाल में एक पारी में सबसे ज्यादा 334 रनों की पारी खेली थी.
बचपन से ही क्रिकेट का ऐसा शौक, कि कर डाला सोलो क्रिकेट ईजाद
ब्रैडमैन बचपन से ही बल्लेबाजी करने का अभ्यास करते रहते थे. ब्रैडमैन ने सोलो क्रिकेट की स्थापना की थी जिसमें क्रिकेट के स्टम्प, बल्ले और गोल्फ की गेंद का प्रयोग किया जाता है. पहला शतक जब 12 साल के थे तब बनाया था उस मैच में इन्होंने 125 रनों की पारी खेली थी.
सिक्के, डाक टिकट और संग्राहलय भी है इनके नाम पर
ऑस्ट्रेलिया के तत्कालीन प्रधानमंत्री जॉन हॉवर्ड ने इन्हें महानतम जीवित ऑस्ट्रेलियन कहा था. ब्रैडमैन के चित्र के साथ डाक टिकटें भी जारी हुईं, सिक्के भी ढाले गए. इनके जीवित रहते ही इनके नाम पर एक संग्रहालय भी बनाया जा चुका था. 27 अगस्त 2008 को इनकी जन्मशती पर ऑस्ट्रेलिया में $5 मूल्य की स्वर्णमुद्राएं भी जारी की गईं. 19 नवम्बर, 2009 को डॉन ब्रैडमैन को आईसीसी हाल ऑफ फेम में शामिल किया गया.
अंतिम पारी में शून्य पर आउट होने की कहानी आज भी है लोगों की जुबां पर
ब्रैडमैन ने लंदन के ओवल में अपनी अंतिम पारी खेली. अपने करियर एवरेज को 100 तक ले जाने के लिए ब्रैडमैन को सिर्फ चार रन की जरूरत थी. इंग्लैंड के विरुद्ध उस टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज महज दो गेंदे ही खेल पाए. उन्हें एरिक होलीज ने बोल्ड किया था. 14 अगस्त 1948 को ब्रैडमैन ने अपना आखिरी मैच खेला था. एशेज सीरीज में ऑस्ट्रेलिया पहले से ही 3-0 से आगे थी. ऐसे में ब्रैडमेन की टीम एक और जीत हासिल करने के लिए तैयार थी. ताकि वे अपने कप्तान को एक बेहतरीन तोहफा जीत के रूप में उनके अंतिम टेस्ट में भेंट कर पाएं.
इस मैच में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया लेकिन 52 रनों पर पूरी टीम ऑलआउट हो गई. मैच के पहले ही दिन 6 बजने के पहले ही डॉन ब्रैडमैन मैदान पर पहुंचे. पूरा स्टेडियम तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज रहा था. इसी बीच ब्रैडमैन ने स्पिनर एरिक हॉलीज की गेंद को रक्षात्मक अंदाज में खेला. अगली गेंद जो गुगली थी उसे ब्रैडमैन समझ नहीं पाए और बोल्ड हो गए. यह बहुत की निराशाजनक पल था, खुद ब्रैडमैन के लिए और उनके चाहने वालों के लिए भी.
इस मैच में बैटिंग करने के लिए उतरने से पहले ब्रैडमैन का बल्लेबाजी औसत 101.39 का था. उन्हें टेस्ट क्रिकेट में अपना 100 का औसत बरकरार रखने के लिए सिर्फ चार रनों की और दरकार थी. लेकिन भाग्य को कुछ और ही मंजूर था और ब्रैडमेन बोल्ड हो गए. हालांकि, ऑस्ट्रेलिया ने इस टेस्ट को आसानी से जीत लिया. लेकिन ब्रैडमेन का करियर 99.94 की औसत के साथ 6,996 रनों के साथ रुक गया.
डॉन ब्रैडमैन के खास रिकॉर्ड :
– पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में सबसे ज्यादा बैटिंग औसत का रिकॉर्ड ब्रैडमैन के ही नाम है. उन्होंने 1931-32 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 201.50 के औसत से रन बनाए थे.
– टेस्ट के अलावा ब्रैडमैन का फर्स्ट क्लास क्रिकेट में भी 95.15 का औसत था.
– ब्रेडमैन के नाम टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा दोहरे शतक मारने का भी रिकॉर्ड है, उन्होंने 12 दोहरे शतक जमाए थे.
– एक सीरीज में सबसे ज्यादा दोहरे शतक मारने का वर्ल्ड रिकॉर्ड डॉन के ही नाम है. उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ एक सीरीज में 3 दोहरे शतक जमाए थे.
– एक सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड डॉन ब्रेडमैन के नाम है, उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ एक सीरीज में 975 रन बना डाले थे.
– ब्रैडमैन ने सात अलग-अलग सीरीजों में 500 से ज्यादा रन बनाए थे, जो कि एक रिकॉर्ड है, डॉन के अलावा वेस्टइंडीज ब्रायन लारा महज दूसरे ऐसे बल्लेबाज हैं जो ये कारनामा कर पाए हैं.
क्रिकेट में कई ब्रैडमैन के बाद कई बल्लेबाज आए जिनके बारे में दावा किया गया कि वे डॉन ब्रैडमैन की बराबरी के हैं. इनमें सुनील गावस्कर, सचिन तेंदुलकर, ब्रायन लारा, विव रिचर्ड्स, क्लाइव लॉयड, विराट कोहली, स्टीव स्मिथ और कई खिलाड़ियों की तुलना ब्रैडमैन से की गई. लेकिन ब्रैडमैन से किसी की भी तुलना उचित ही नहीं है. ब्रैडमैन अपने दौर के महान खिलाड़ी रहे हैं. उनके बाद क्रिकेट में इतने बदलाव आ गए हैं कि अभी के खिलाड़ियों की ब्रैडमैन से तुलना बेमानी हो जाती है. लेकिन शायद इससे बड़ा सम्मान ब्रैडमैन को क्या मिलेगा.
Bureau Report
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