नईदिल्ली: दिनोंदिन बढ़ती पेट्रोल और डीजल की कीमतों से जनता को राहत देने के लिए सरकार ने 5 अक्टूबर को पेट्रोल और डीजल पर 1.50 रुपये तक की कटौती की थी. तेल कंपनियों की ओर से भी 1 रुपये की कटौती की गई थी. इससे आम आदमी को 2.50 रुपये की राहत मिली थी. इसके बाद अधिकांश राज्यों की ओर से वैट भी घटाया गया था. इससे जनता को पांच रुपये तक का फायदा मिला था. लेकिन इसके बाद भी पेट्रोल और डीजल की कीमतें अब करीब 11 दिन बाद फिर उसी ऊंचाई पर पहुंच रही हैं, जहां पर पहले थीं.
मंगलवार को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में फिर उछाल देखने को मिला है. दिल्ली में मंगलवार को पेट्रोल 11 पैसे/लीटर की बढ़ोतरी के बाद 82.83 रुपये प्रति लीटर हो गया है. वहीं राजधानी में डीजल के दामों में भी 23 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. इसके बाद दिल्ली में डीजल के दाम 75.69 रुपये प्रति लीटर हो गए.
वहीं मुंबई में भी मंगलवार को पेट्रोल की कीमतों में 11 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. इससे वहां पेट्रोल के दाम बढ़कर 88.29 रुपये प्रति लीटर की दर पर पहुंच गए हैं. इसके अलावा डीजल के दामों में मंगलवार को 24 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. इसके बाद यहां डीजल के दाम 79.35 रुपये प्रति लीटर हो गए.
बता दें कि सोमवार को पेट्रोल के दाम नहीं बढ़े थे. दिल्ली में सोमवार को पेट्रोल के दाम 82.72 रुपये प्रति लीटर थे. वहीं दिल्ली में डीजल के दामों में 8 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी के साथ 75.46 रुपये प्रति लीटर थे. दिल्ली और मुंबई में रविवार को पेट्रोल के दामों में 6 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई थी. इससे दिल्ली में पेट्रोल की कीमतें 82.72 रुपये प्रति लीटर हो गईं थीं. साथ ही डीजल की कीमतें 19 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी के बाद 75.38 रुपये प्रति लीटर हो गईं थीं.
वहीं मुंबई में भी पेट्रोल के दामों में 6 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई थी. इसके बाद यहां पेट्रोल के दाम 88.18 रुपये प्रति लीटर हो गए था. वहीं डीजल के दामों में 20 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी. इससे यहां डीजल की कीमतें बढ़कर 79.20 रुपये प्रति लीटर हो गईं थीं.
दिल्ली के लोगों का कहना है कि उनके पास दूसरा कोई चारा नहीं है. उन्होंने दिल्ली सरकार से अपील की कि वह पेट्रोल और डीजल पर टैक्स को घटाकर उन्हें राहत दे.
बता दें कि पीएम मोदी ने भी सोमवार को कच्चे तेल, पेट्रोल और डीजल के दामों पर चर्चा के लिए देश-विदेश की पेट्रोलियम कंपनियों के प्रमुखों के साथ बैठक की थी. कच्चे तेल के अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतों के उछाल के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तेल उत्पादकों और उपभोक्ता देशों के बीच भागीदारी के संबंध पर जोर दिया है ताकि वैश्विक अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में मदद मिल सके.
पीएम मोदी ने तेल उत्पादक देशों से भी अपील की है कि वे अपने निवेश योग्य अधिशेष को विकासशील देशों के तेल क्षेत्र में वाणिज्यिक लाभ के लिए लगाएं. प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी एक वक्तव्य में यह जानकारी दी गई है. मोदी ने सोमवार को राजधानी में तेल एवं गैस क्षेत्र की देशी-विदेशी कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों और विशेषज्ञों के साथ बातचीत के दौरान ये सुझाव दिए.
आपको बता दें कि जिस समय केंद्र सरकार और तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल की दर घटाई थी, जब दिल्ली में पेट्रोल 84 रुपये प्रति लीटर और डीजल 75.45 रुपये प्रति लीटर था. वहीं मुंबई में पेट्रोल की कीमतें 90 रुपये को पार कर गई थीं. मुंबई में पेट्रोल के दाम तब 91.34 रुपये प्रति लीटर थे. साथ ही डीजल के दाम तब 80.10 रुपये प्रति लीटर थे.
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