नईदिल्ली: पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस पर बड़ा आरोप लगा है. आरोप है कि तृणमूल कांग्रेस ने पश्चिमी मिदनापुर में रातोंरात एक कब्रिस्तान पर जबरदस्ती पार्टी ऑफिस बना डाला. इसके चलते इलाके के लोगों में गुस्सा है. इस घटना को लेकर मिदनापुर में राजनीतिक गलियारे में सरगर्मियां तेज हो गई है. कहना लाजमी है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने खुद यह बात कई बार कही है कि किसी भी कब्रिस्तान की जगह पर जबरदस्ती कब्जा करके पार्टी अपना ऑफिस नहीं बना सकती. लेकिन तृणमूल के खुद के ही लोग ममता बनर्जी के आदेश की खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं.
मिदनापुर के मुसलमान समुदाय के मिर्जा बाजार कब्रिस्तान की जगह को जबरदस्ती बेदखल करके तृणमूल पार्टी ऑफिस बना लिया. बताया जा रहा है कि दफनाने के लिए पहुंच रहे लोगों की समस्या को ध्यान में रखकर ही कब्रिस्तान के पास प्रबंधन कमेटी द्वारा एक छोटा सा कमरा बनाकर एक प्रतीक्षालय बनाया गया था. बाद में यह एक क्लब में परिवर्तित हो गया और वहीं पर आरोप है कि शराब-जुआ जैसे अवैध कार्य होने लगे.
मोहल्ले में बैठक के दौरान फैसला भी लिया गया कि इस कमरे को तोड़कर एक दीवार खड़ी कर दी जाएगी, लेकिन रातोंरात उसी कमरे को हरा रंग करके तृणमूल ने अपना पार्टी ऑफिस खड़ा कर लिया. आरोप स्थानीय युवा तृणमूल अध्यक्ष मोर्शेद खान के खिलाफ ही लगा है. और अब मिर्जा मोहल्ले की तरफ से इस पूरे घटना की शिकायत लिखित रूप से जिला तृणमूल अध्यक्ष अजित मैइती को दे दी गई है, जिन्होंने जल्द ही इस समस्या का हल निकालने की बात कही है.
उधर तृणमूल के युवा सभापति मोर्शेद ने दावा किया की पार्टी ऑफिस बनाने के इस मामले को जिला तृणमूल अध्यक्ष को मालुम है. बीजेपी जिला अध्यक्ष शमित दास ने इस पूरी घटना की तीव्र निंदा की है और साथ ही जल्द से जल्द कब्रिस्तान पर कब्जा किए गए तृणमूल पार्टी ऑफिस को हटाने की मांग की है. मगर ताज्जुब की बात यह है की पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कड़े निर्देश के बाद भी तृणमूल के लोग उनकी अवमानना कर रहे हैं.
Bureau Report
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