सुल्तानपुरः लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha elections 2019) के प्रचार में जुटे नेताओं की जुबान से लगातार विवादित निकल रहे हैं. केंद्रीय मंत्री और सुल्तानपुर से बीजेपी प्रत्याशी मेनका गांधी ने लोगों से वोट मांगने के लिए एक अलग फार्मूला तय किया है. केंद्रीय मंत्री ने ‘जितना वोट, उतना विकास’ वाले फार्मूले को मतदाताओं के सामने रखा है. उन्होंने इसौली विधानसभा के रसूलपुर में कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए अपना चुनावी फार्मूला समझाया. मेनका ने कहा कि मैंने अपना एक अलग मापदंड बनाया है जिस गांव में जितना वोट मिलता है उसी के अनुसार उसको विकास के लिए ए, बी, सी और डी कैटगिरी में रखा जाता है.
मेनका गांधी ने कहा, ‘जिस गांव में 80 प्रतिशत वोट मिलता है उसे ए कैटेगरी, जहां से 60 प्रतिशत मिलता है उसको बी कैटेगरी, जहां से 50 प्रतिशत मिलता है उसको सी कैटेगरी और जहां से 50 प्रतिशत से कम वोट मिलता है या मैं हारती हूं उसको डी कैटेगरी में रखती हूं.’
मेनका गांधी ने आगे कहा, ‘उसके बाद जब मैं विकास शुरू करती हूं तो वह भी इसी क्रम में होता है. ए वाले का सबसे पहले विकास होगा, वह ख़त्म होने पर बी वाले, उसके बाद सी वाले और उसके अंत में डी वाले गांव का विकास होता है.’
मेनका ने मुस्लिम बहुल क्षेत्र तूराबखानी में 11 अप्रैल को आयोजित एक चुनावी सभा में कहा, ‘मैं लोगों के प्यार और सहयोग से जीत रही हूं लेकिन अगर मेरी यह जीत मुसलमानों के बिना होगी तो मुझे बहुत अच्छा नहीं लगेगा.’’ बीजेपी नेता ने कहा,‘इतना मैं बता देती हूं कि फिर दिल खट्टा हो जाता है. फिर जब मुसलमान आता है काम के लिए, फिर मैं सोचती हूं कि नहीं रहने ही दो क्या फर्क पड़ता है. आखिर नौकरी भी तो एक सौदेबाजी ही होती है, बात सही है या नहीं?’
उन्होंने कहा कि ‘अगर आप पीलीभीत में पूछिए, पीलीभीत के एक भी बंदे को फोन कर पूछो कि मेनका गांधी कैसे थी वहां. अगर आपको लगे कि कहीं भी हमसे कोई गुस्ताखी हुई तो हमको वोट मत देना. अगर आपको लगे कि हम खुले हाथ और दिल के साथ आए हैं कि आपको कल मेरी जरूरत पड़ेगी. यह इलेक्शन तो मैं पार कर चुकी हूं अब आपको मेरी जरूरत पड़ेगी.’
बीजेपी नेता मेनका ने यह भी कहा,‘हम महात्मा गांधी की संतान नहीं हैं कि हम बस चीजें देते रहें और बदले में हमें कुछ नहीं मिले.’ मेनका गांधी इस बार सुल्तानपुर से चुनाव लड़ रही हैं जबकि उनके पुत्र वरुण गांधी उनकी सीट पीलीभीत से चुनाव लड़ रहे हैं.
चुनाव आयोग ने जारी किया कारण बताओ नोटिस
इस बीच, जिले के चुनाव अधिकारियों ने मेनका को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. दिल्ली में चुनाव आयोग भी मेनका के भाषण का परीक्षण कर रहा है. उत्तर प्रदेश चुनाव कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि जिला चुनाव अधिकारियों की ओर थमाए गए नोटिस पर मेनका को तीन दिनों के भीतर जवाब देना होगा.
मेनका ने अपने भाषण पर दी सफाई
हालांकी बाद में विवाद बढ़ने पर मेनका गांधी ने अपने पर सफाई दी. उन्होंने दावा किया चैनल ने उनके भाषण की सिर्फ एक लाइन निकाली है और वह भी आधी अधूरी. उन्होंने दावा किया अगर उनकी पूरी स्पीच देखी जाए तो वह प्यार से भरी थी.
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