नईदिल्लीः लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) के चुनाव प्रचार में जुटे नेताओं की जुबान अब सैनिकों का अपमान करने पर भी आमाद हो गई हैं. पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की महिला विधायक ने अपने बयान से ना सिर्फ देश के सुरक्षाबलों का अपमान किया है बल्कि चुनाव आचार संहिता की भी सरेआम धज्जियां उड़ाई हैं. पश्चिम बंगाल की चकदाह सीट से ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी की विधायक रत्ना घोष ने कहा कि महिला मोर्चा की कार्यकर्ता झाड़ू उठाएं और सुरक्षाबलों को दूर भगाएं. इतना नहीं ममता दीदी की इस महिला विधायक ने टीएमसी कार्यकर्ताओं से कहा कि चुनावी ड्यूटी पर लगे केंद्रीय बलों पर हमला करो.
रत्ना घोष ने कहा कि अगर जंग जीतनी है सही और गलत का भेद भूल जाओ, आपको किसी भी तरह से जीतना है.
साल 2016 के विधानसभा चुनावों का जिक्र करते हुए रत्ना घोष ने कहा कि हमने उस समय देखा था किस तरह केंद्रीय सुरक्षाबलों ने हमारे कार्यकर्ताओं को पीटा था. आज का समय और चुनौतीभरा है, लेकिन डरने की कोई बात नहीं है. मैं हर एक बूथ पर जाऊंगी और हम केंद्रीय सुरक्षाबलों की कोई परवाह नहीं करते हैं. अगर सुरक्षाबल हमें रोकेंगे तो मैं टीएमसपी महिला मोर्चा की सदस्यों से अपली करती हूं कि वह झाड़ू लेकर उनपर हमला करके उन्हें भगा दें.’
बीजेपी ने कूचबिहार में फर्जीवाड़े के आरोप लगाए, फिर से चुनाव कराने की मांग की
बीजेपी नेतृत्व ने कूचबिहार लोकसभा सीट के कई मतदान केंद्रों पर फिर से चुनाव कराने की मांग करते हुए आरोप लगाए कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने 11 अप्रैल को हुए चुनावों के दौरान धोखाधड़ी की. भगवा दल ने यह भी दावा किया कि टीएमसी ने उन मतदान केंद्रों पर धांधली की जहां राज्य के पुलिसकर्मी तैनात थे और चुनाव आयोग मतदाताओं को पर्याप्त सुरक्षा देने में विफल रहा.
उत्तर बिहार के कूचबिहार और अलीपुरद्वार में गुरुवार (11 अप्रैल) को पहले चरण में चुनाव हुए और 34.52 लाख मतदाताओं में से करीब 81 फीसदी ने मतदान किया.
बीजेपीके राज्य अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा था, ‘‘कूचबिहार लोकसभा सीट पर फिर से चुनाव होना चाहिए. टीएमसी ने कई मतदान केंद्रों पर धांधली की क्योंकि इन मतदान केंद्रों पर राज्य पुलिस ने सुरक्षा मुहैया कराई थी. हम चाहते हैं कि केंद्रीय बल सुरक्षा मुहैया कराएं.’’ कूचबिहार सीट से बीजेपीके उम्मीदवार निशित प्रमाणिक ने बृहस्पतिवार की रात जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन कर उन सभी मतदान केंद्रों पर फिर से चुनाव कराने की मांग की जहां केंद्रीय बल तैनात नहीं थे.
Leave a Reply