मुर्शिदाबादः लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) के प्रचार के दौरान पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी द्वारा कांग्रेस के किए गए वार का अधीर रंजन चौधरी ने करारा जवाब दिया है. ममता बनर्जी ने कांग्रेस और आरएसएस में साठगांठ की बात कही थी. पश्चिम बंगाल कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अधीर रंजन ने और कहा, ‘हम आपके चमचे नहीं है, कुत्ते नहीं है. हमें आरएसएस कहने से पहले आपको याद दिला दूं कि बहुत साल तक आपने आरएसएस के साथ, बीजेपी के साथ मिलकर परिवार बनाया है. जब गुजरात में मुसलमानो को मारा गया था तब आप चुप थीं. आज आप कह रही हो कि बीजेपी का एक हिस्सा अच्छा है और एक हिस्सा ख़राब है’
अधीर रंजन चौधरी ने बताया कि ममता दीदी को कौन सी बीजेपी अच्छी लगती है, उन्होंने कहा, ‘कौन सी बीजेपी अच्छा है? जिसने आपकी मदद की, एलके आडवाणी पार्लियामेंट की एथिक्स समिति के चेयरमैन थे. जो नारदा कांड की जांच की ज़िम्मेदारी पर थे. एक भी मीटिंग उन्होंने नहीं बुलाई और इसीलिए जब बीजेपी ने उन्हें टिकट नहीं दिया तो आपका दुःख उमड़ पड़ा? क्यों? अच्छी बीजेपी, ख़राब बीजेपी इस तरह की बाते क्यों कर रही है आप?’
अधीर रंजन ने ममता से कहा, ‘चुनाव के पहले बंगाल के मुस्लमान लोगों से कहिए कि मैंने बीजेपी का साथ देकर गलती की थी और इसके लिए माफ़ी मांगिए. चुनाव के परिणाम जो भी हो आप कहिए कि मैं अब बीजेपी के साथ कभी नहीं जाऊंगी. आपके नाम के आगे मुख्यमंत्री नहीं बल्कि मूर्खमंत्री लगाना चाहिए यह हमारा दुर्भाग्य है कि आप जैसी महिला हमारे बंगाल की मुख्यमंत्री है.’
संघ से मदद ले रही है कांग्रेस : ममता
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार (16 अप्रैल) को कांग्रेस पर चुनाव जीतने के लिये राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की मदद लेने का आरोप लगाया और लोगों से अनुरोध किया कि वे कांग्रेस, बीजेपी और वाम के “घातक” गठजोड़ को हराएं. टीएमसी कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने 2018 में नागपुर में संघ के एक कार्यक्रम में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के हिस्सा लेने का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि संघ उनके बेटे और कांग्रेस उम्मीदवार अभिजीत मुखर्जी के लिए प्रचार कर रहा है.
बनर्जी के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस ने उन्हें राज्य में आरएसएस के बढ़ने के लिए जिम्मेदार बताया.पश्चिम बंगाल कांग्रेस समित के अध्यक्ष सोमेन मित्रा ने पीटीआई से कहा कि आरएसएस कांग्रेस का सहयोग नहीं कर रहा है बल्कि पश्चिम बंगाल में यह सत्तारूढ़ दल (टीएमसी) को बचा रहा है.
मुख्यमंत्री बनर्जी ने मुस्लिम बहुल मुर्शिदाबाद जिले के बेलडांगा में एक चुनावी सभा में कहा, “भानुमति का पिटारा खोलने के लिये मुझे बाध्य मत कीजिए. कांग्रेस की समूची योजना का खुलासा हो जाएगा.” बनर्जी ने कहा, “बहरामपुर कांग्रेस उम्मीदवार अधीर चौधरी की वाम और बीजेपी के सहयोग से चुनाव जीतने की रणनीति इस बार सफल नहीं होगी…लोगों को ऐसे संदिग्ध चरित्र वाली पार्टी को वोट नहीं करना चाहिए.” कांग्रेस को छोड़कर टीएमसी में शामिल होने वाली अपूर्वा सरकार (डेविड) बहरामपुर से चौधरी के खिलाफ पार्टी की उम्मीदवार हैं.
बनर्जी ने आरोप लगाया, “संघ अभिजीत मुखर्जी के लिए जंगीपुर और अधीर चौधरी के लिये बहरामपुर में प्रचार कर रहा है जबकि माकपा पहले ही बीजेपी के हाथों बिक चुकी है.” उन्होंने दावा किया, “कांग्रेस-वाम-बीजेपी गठजोड़ की चालबाजी को बंगाल के लोगों द्वारा उचित जवाब दिया जाएगा. इस घातक गठबंधन को हराकर टीएमसी कांग्रेस पश्चिम बंगाल की सभी 42 सीटों पर चुनाव जीतेगी.”
उन्होंने कहा, “बीजेपी धर्म के नाम पर लोगों को बांटने की कोशिश कर रही है. वे लोकसभा चुनावों से पहले इसका इस्तेमाल लोगों को बांटने के लिये औजार के रूप में कर रहे हैं. बंगाल की संस्कृति कभी हिंसा का समर्थन नहीं करती.”
टीएमसी सुप्रीमो ने मतदाताओं को घूस देने की संघ की कथित कोशिश को लेकर भी लोगों को चेताया. बता दें कि मुर्शिदाबाद में लोकसभा चुनाव के प्रत्याशी को जिताने पर ममता दीदी ने कहा था कि जो मांगोगे वही मिलेगा. इस पर अधीर रंजन ने कहा, ‘बंगाल में जनता जो चाहती है क्या वो सब देने का अधिकार है मुख्यमंत्री को? इतने दिन ममता दीदी ने दिया क्यों नहीं? अभी तक क्या मुर्शिदाबाद बंगाल का हिस्सा नहीं था? अपनी राजनीति के जरिए फायदा लूटने के लिए एक उद्योग नहीं ला पाईं, रेल लाइन नहीं बना पाईं , रोज़ी रोटी नहीं ला पाईं.’
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