नईदिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul gandhi) के बहनोई रॉबर्ट वाड्रा (Robert Vadra) के करीबी संजय भंडारी (Sanjay Bhandari) के खिलाफ सीबीआई ने मुकदमा दर्ज किया है. सीबीआई ने शनिवार को कहा कि हथियारों के डीलर संजय भंडारी (Sanjay Bhandari) और भारतीय वायु सेना (आईएएफ) व रक्षा मंत्रालय के अज्ञात अधिकारियों के खिलाफ 2009 के प्रशिक्षण विमान सौदा मामले में मामला दर्ज किया गया है.
सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘2009 में 75 बेसिक ट्रेनर विमानों की खरीद में कथित नियमितताओं को लेकर बुधवार को ऑफसेट इंडिया सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड के दोनों निदेशकों भंडारी और बिमल डेरेन और स्विट्जरलैंड स्थित विमान बनाने वाली कंपनी पिलाटस एयरक्राफ्ट लिमिटेड के अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.’
उन्होंने कहा कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने आरोप लगाया है कि सौदे में 339 करोड़ रुपये तक की रिश्वत दी गई. सीबीआई ने रिश्वतखोरी के आरोपों की तस्दीक के लिए पहले 11 नवंबर 2016 को एक प्रारंभिक जांच (पीई) दर्ज की थी. उन्होंने कहा कि स्विस कंपनी 2009 में मांगी गई निविदाओं के लिये आवेदकों में से एक थी.
सीबीआई ने आरोप लगाया कि कंपनी ने ऑफसेट इंडिया सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड के निदेशकों भंडारी और बिमल सरीन के साथ मिलकर आपराधिक साजिश रची और भंडारी के साथ जून 2010 में बेईमानी और धोखे से एक सेवा प्रदाता समझौते पर हस्ताक्षर किये, जो रक्षा खरीद प्रक्रिया, 2008 का उल्लंघन था.
यह कथित तौर पर भारतीय वायुसेना को 75 प्रशिक्षण विमानों की आपूर्ति के ठेके के लिये किया गया. एजेंसी ने आरोप लगाया कि कंपनी ने ऑफसेट इंडिया सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड के खाते में 10 लाख स्विस फ्रैंक का भुगतान किया. यह रकम अगस्त और अक्टूबर 2010 में नयी दिल्ली के स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक के खाते में अदा की गई थी.
इसके अलावा भंडारी की ही दुबई स्थित कंपनी ऑफसेट इंडिया सॉल्यूशंस एफजेडसी के बैंक खातों में 2011 से 2015 के बीच 350 करोड़ रुपये मूल्य के स्विस फ्रैंक का भुगतान किया गया. उन्होंने कहा कि जांच में पाया गया कि पिलैटस ने कथित तौर पर भारत और दुबई में भंडारी की कंपनी को अदा की गई रकम की बात छिपाई.
उन्होंने कहा कि संदेह है कि इस रकम का इस्तेमाल खरीद के लिये भारतीय वायुसेना, रक्षा मंत्रालय और सरकारी अधिकारियों को प्रभावित करने के लिये किया गया था. पिलैटस को 24 मई 2012 को 2895.63 करोड़ रुपये का यह करार मिला था.
उन्होंने कहा कि भंडारी के अलावा सीबीआई ने उसकी कंपनियों ऑफसेट इंडिया सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड, ऑफसेट इंडिया सॉल्यूशंस एफजेडसी समेत कुछ और लोगों के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत आपराधिक साजिश और धोखाधड़ी के प्रावधानों में मामला दर्ज किया गया है.
सीबीआई अधिकारी ने कहा कि एजेंसी स्विस विमान कंपनी को ऑफसेट इंडिया सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं की जांच कर रही है. यहां आपको बता दूं कि लंदन में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul gandhi) के बहनोई रॉबर्ट वाड्रा (Robert Vadra) के लिए कथित तौर पर एक बेनामी घर खरीदने के मामले में भंडारी के खिलाफ पहले से ही जांच चल रही है.
कौन है संजय भंडारी (Sanjay Bhandari)
बताया जाता है कि साल 2008 में संजय भंडारी (Sanjay Bhandari) ने एक लाख रुपए की लागत से एक ऑफसेट इंडिया सॉल्युशंस (ओआईएस) नाम की एक कंपनी बनाई थी. यह कंपनी डिफेंस डील में कंसलटेंसी देने का काम करती है. कुछ ही समय में इस कंपनी का मुनाफा कई करोड़ सौ रुपयों का वेंचर कैपिटल भी मिल गया. 2014 में नई सरकार के गठन के बाद संजय भंडारी (Sanjay Bhandari) के बिजनेस को लगभग रोक दिया गया.
फिलहाल यह कंपनी डिफेंस के क्षेत्र में कई कंपनियों के साथ काम कर रही है. मुख्य रूप से ऐरोस्पेस और होमलैंड सिक्योरिटी के क्षेत्र में ओआईएस काम कर रही है. इन दिनों अरबों रुपए की इस कंपनी पर इनकम टैक्स विभाग तथा एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट की नजर है. बताया जाता है कि राहुल गांधी (Rahul gandhi) के लिए लंदन के 19 करोड़ रुपए की बेनामी कोठी को खरीदने का पैसा संजय भंडारी (Sanjay Bhandari) की ओर से चुकाया गया है.
आयकर विभाग के अनुसार संजय भंडारी (Sanjay Bhandari) के घर पर छापा मारकर उनका कंप्यूटर और कुछ दस्तावेज जब्त किए हैं. भंडारी ने माना है कि रॉबर्ट ने लंदन की कोठी में काम करवाने को लेकर उन्हें ईमेल किए थे.
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