लखनऊ: भारत के अन्न दाताओं को अब कीड़ों से खराब होने वाली अपनी फसल के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा क्योंकि, अब कानपुर के आईआईटी के वैज्ञानिकों ने एक ऐसा आविष्कार किया है कि किसानों के लिए किसी देवदूत से कम साबित नहीं होगा. कानपुर के आईआईटी के वैज्ञानिकों ने एक एग्रो हेलीकाप्टर ड्रोन का आविष्कार किया है जो खेत में कीड़ो की वजह से खराब हो रही फसल को चिन्हित करके केवल उसी जगह पेस्टीसाइड्स का छिड़काव करेगा जिससे पर्यावरण का स्तर अच्छा होगा.
इससे किसानों को पूरे खेत में छिड़काव करने की समस्या से भी निज़ात मिलेगी. इसके साथ ही अक्सर जानवर खेतों में घुसकर फसलों को खराब कर देते है इस ड्रोन से उन पर भी आराम से नज़र रखी जा सकती है.
क्या है एग्रो हेल्पीकाप्टर की खासियत
एग्रो हेलीकाप्टर ड्रोन की खासियत ये होगी की ये पर छिड़काव करेगा जहां कीड़े लग गए होंगे. इससे बाकी की बची हुई फसलों पर छिड़काव करने की समस्या से किसानों को निजात मिल जाएगी. आईआईटी के वैज्ञानिको ने इस ड्रोन में मल्टीस्पेक्ट्रल कमरे लगाए है ताकि ये ड्रोन आराम से खराब होती फसलों को ढूंढ सके.
जानवरों की करेगा मॉनिटरिंग
इस एग्रो हेलीपॉटर ड्रोन को खेती के कई पहलुओं को देखते हुए डिज़ाइन किया गया है. जिसमें किसानों के सामने सबसे बड़ी समस्या फसलों को खराब करने वाले आवारा जानवरों की है. ऐसे में ये ड्रोन फसलों में घुस आए जानवारों को मॉनिटर भी करेगा और ड्रोन उड़ने की आवाज़ से जानवर डर कर भाग जागे इसके लिए तेज़ आवाज़ भी निकालेगा. इस ड्रोन की ख़ास बात ये है की ये 10 किलो की मात्रा की कीटनाशक दवा एक साथ अपने अंदर मौजूद टैंक में भर कर खेतो में छिड़काव कर सकता है.
पर्यावरण का स्तर भी होगा स्वच्छ
वैज्ञानिकों का इस एग्रो हेलीकाप्टर ड्रोन बनाने के पीछे जहा एक तरफ किसानों की मदद करना है. वहीं, पर्यावरण का स्तर अच्छा करना भी है क्योंकि पूरे खेतो में कीटनाशक दवाओं के छिड़काव से इसपर पर बड़ा असर पड़ता है. आईआईटी के एयरोस्पेस विभाग में बने इस ड्रोन को जल्द ही किसानों की मदद के लिए दे दिया जाएगा ताकि किसान जल्द ही इसका लाभ पा सके.
Bureau Report
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