जल रहे हैं दुनिया को 20% ऑक्‍सीजन देने वाले अमेजन के जंगल… जानिए ये हमारे लिए कितना घातक है?

जल रहे हैं दुनिया को 20% ऑक्‍सीजन देने वाले अमेजन के जंगल... जानिए ये हमारे लिए कितना घातक है?नईदिल्‍ली: पूरी दुनिया में मशहूर अमेजन के घने वर्षा वन भीषण संकट से जूझ रहे हैं. इस वक्‍त अजेमन के वर्षा वन का बड़ा भूभाग भीषण आग की चपेट में हैं. अमेज़ॅन वर्षावन में एक-दो नहीं बल्कि हजारों जगह आग भड़की हुई है. जोकि लगभग एक दशक की सबसे बड़ी और तीव्रता से फैल रही आग बताई जा रही है. इस आग में उत्तरी राज्यों के रोरिमा, एकर, रोंडोनिया और अमेजनस के साथ-साथ माटो ग्रोसो डो सुल बहुत बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं. इसे अनदेखा कर रहे वैश्विक समुदाय का ध्‍यान अब इस ओर गया है. अब #PrayforAmazonas के साथ सोशल मीडिया पर भी इसे लेकर चिंता जाहिर की जा रही है. खुद फ्रांस के राष्ट्रपति ने ट्वीट कर कहा कि ‘हमारा घर जल रहा है. अमेजन वर्षावन-हमारा फेफड़ा है जो पृथ्वी पर 20 फीसदी ऑक्सीजन का उत्सर्जन करता है, उसमें आग लगी है. यह एक अंतरराष्ट्रीय संकट है’. 

अमेजन जंगल करीब 2 हफ्ते से आग से सुलग रहा है. इसकी वजह से न जाने कितने जानवरों की भी मौत हो चुकी है, जिसमें कई दुर्लभ प्रजातियां भी हैं. हालात यह है कि आसपास के इलाके धुएं के कारण अंधेरे में डूब गए हैं. पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंच रहा है. यह आग इतनी भीषण है कि अंतरिक्ष से भी तबाही का मंजर साफ दिखाई दे रहा है.

ब्राज़ीलियाई अंतरिक्ष एजेंसी के आंकड़े बताते हैं कि ब्राजील के अमेज़ॅन वर्षावन में 2019 में रिकॉर्ड संख्या में आग लगी. नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्पेस रिसर्च (इनपे) का कहना है कि उसका उपग्रह डेटा 2018 में इसी अवधि में 85% की वृद्धि दर्शाता है.

बीबीसी की रिपोर्ट कहती है, आधिकारिक आंकड़े बताते हैं कि ब्राजील में वर्ष के पहले आठ महीनों में 75,000 से अधिक जंगलों की आग लगी, जोकि 2013 के बाद से संख्‍या में सबसे अधिक है. 2018 में यह संख्‍या 39,759 थी.

शुष्क मौसम के दौरान अमेज़न के जंगलों में आग लगना आम है, जोकि जुलाई से अक्टूबर तक चलती है. ये आग स्वाभाविक रूप से होने वाली घटनाओं के कारण हो लगती है, जैसे कि आसमानी बिजली का गिरना.. लेकिन साथ ही किसानों और लकड़हारों द्वारा फसलों या चराई के लिए भूमि को साफ करने से भी.

पर्यावरण कार्यकर्ताओं का यह भी कहना है कि ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो की पर्यावरण विरोधी बयानबाजी ने इस तरह की पेड़ों को हटाने वाली गतिविधियों को बढ़ावा दिया है.

हालांकि जवाब में बोल्सोनारो ने गैर-सरकारी संगठनों पर उनकी सरकार की छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए जंगल में आग लगाने का आरोप लगाया. बाद में उन्होंने कहा कि सरकार के पास आग से लड़ने के लिए संसाधनों की कमी है.

आग से सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र उत्तर में हैं. रोरिमा, एकर, रोंडोनिया और अमेजन सभी में पिछले चार वर्षों (2015-2018) के औसत से तुलना करने पर आग में बड़ी प्रतिशत वृद्धि देखी गई है.

अगर बात करें आग में वृद्धि की तो रोरिमा में 141%, एकर में 138%, रोंडोनिया में 115% और अमेज़न में 81% की बढोतरी देखी गई है. माटो ग्रोसो डो सुल, दक्षिण की तरफ 114% वृद्धि देखी गई. इसके चलते ब्राज़ील के सबसे बड़े राज्य अमेज़न ने आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी है.

अगर बात करें आग के दुष्‍प्रभाव की तो आग से धुएं के गुबार अमेज़न क्षेत्र और उसके बाहर तक फैल गए हैं. यूरोपीय संघ के कोपर्निकस एटमॉस्फियर मॉनिटरिंग सर्विस (Cams) के अनुसार, धुआं अटलांटिक तट से दूर तक जा रहा है. इसने साओ पाउलो में भी आसमान छू लिया है. यानि 2,000 मील (3,200 किमी) दूर तक.

Cams का कहना है कि आग इस साल अब तक 228 मेगाटन के बराबर कार्बन डाइऑक्साइड की एक बड़ी मात्रा छोड़ रही है. यह 2010 के बाद से सबसे अधिक है. यह कार्बन मोनोऑक्साइड भी उत्सर्जित कर रही हैं. 

अमेज़ॅन बेसिन में कई अन्य देशों में 7.4 मी वर्ग किमी (2.9 वर्ग मील) के क्षेत्र में इस साल भी आग की उच्च संख्या देखी गई है. वेनेजुएला में 26,000 से ज्‍यादा बार आग लगी है, जिससे वह दूसरे स्‍थान है, जबकि बोलीविया 17,000 से अधिक के साथ तीसरे स्थान पर है.

Bureau Report

Be the first to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published.


*