रायपुर: जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटने और लेह-लद्दाख के केन्द्र शासित राज्य बनने के बाद अब धीरे-धीरे सरकार की तरफ से घाटी में लगाई गई पाबंदियों को हटाना शुरू हो गया है. जम्मू के कुछ क्षेत्रों में मोबाइल सेवा बहाल हो रही है. अनुच्छेद 370 हटने के बाद भारत में तो सबकुछ सामान्य हो रहा है लेकिन पाकिस्तान और पाकिस्तानी मीडिया की नापाक हरकतें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं. ऐसा ही एक वीडियो और सामने आया है जिसमें एक पाकिस्तानी चैनल दंतेवाड़ा में हुए एक नक्सल अटैक के वीडियो को जम्मू-कश्मीर का बता कर झूठ फैला रहा है.
दंतेवाड़ा के फाइल फुटेज को कश्मीर का बता रहा है पाकिस्तानी मीडिया
जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान के एक टीवी चैनल ने दंतेवाड़ा के फाइल फुटेज को शेयर कर इसे जम्मू-कश्मीर में पदस्थ CRPF जवानों से संबंधित बताया है. आपको बता दें कि कश्मीर को लेकर झूठ पर झूठ फैलाने में लगी पाकिस्तानी मीडिया के एक एंकर अब इस वीडियो के जरिए यह बताने की कोशिश कर रहे हैं कि कश्मीर में फिदायीन हमला हुआ है, जिसमें यह जवान मारे गए और भारत यह बात छुपा रहा है.
2010 में दंतेवाड़ा के ताड़मेटला में हुआ था नक्सली हमला
पाकिस्तानी मीडिया द्वारा यह झूठ फैलाने के लिए जिस वीडियो का इस्तेमाल किया गया है उस वीडियो की हकीकत यह है कि यह नक्सली हमला साल 2010 में दंतेवाड़ा के ताड़मेटला में हुआ था जो अब सुकमा जिले में आता है. गौरतलब कि दंतेवाड़ा के ताड़मेटला में साल 2010 में हुए इस नक्सली हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के 76 जवान शहीद हो गए थे. नक्सली हमले के बाद जंगल में अलग-अलग लोकेशन पर शहीद हुए जवानों के शवों को सम्मानपूर्वक लाइन में एक जगह रखा गया था. पाकिस्तानी मीडिया में उन्हीं शहीद जवानों के शवों को दिखाया जा रहा है. पाकिस्तानी मीडिया के इस नए वीडियो से साफ जाहिर होता है कि पाकिस्तान न केवल भारत के खिलाफ झूठ फैला रहा, बल्कि हमारे वीर जवानों की शहादत का भी अपमान कर रहा है.
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