मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2019 में सीटों के बंटवारे और गठबंधन को लेकर बीजेपी और शिवसेना के बीच ऐसा लगता है कि सहमति बन गई है. सूत्रों के मुताबिक शिवसेना सूबे की 288 विधानसभा सीटों में से 120-125 सीटों पर चुनाव लड़ने को मान गई लगती है. हालांकि अभी इसका विधिवत ऐलान बाकी है.
शिवसेना अब तक बीजेपी के सामने चुनाव पूर्व गठबंधन को लेकर फिफ्टी- फिफ्टी फॉर्मूले की शर्त रखती आई है. बीजेपी पर दबाव बनाने के लिए उसने सभी 288 विधानसभा क्षेत्र में इच्छुक उम्मीदवारों के इंटरव्यू भी शुरू कर दिये थे. शिवसेना ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की नागपुर सीट पर भी शिवसेना के इच्छुक उम्मीदवारों का भी इंटरव्यू लेना शुरू कर दिया था.बीजेपी भी सभी 288 सभी सीट के लिए उम्मीदवारों के चयन में जुट गई थी. हालांकि तनातनी के बाद शिवसेना और बीजेपी के बीच गठबंधन को लेकर बात बन गई है. नये फॉर्मूले के हिसाब से शिवसेना के कोटे में 120-125 सीटें के आने की संभावना है. बीजेपी 155-165 सीटों पर प्रत्याशी उतार सकती है. बाकी बची हुई सीटों पर एनडीए के छोटे सहयोगी दलों की झोली में डालने के फॉर्मूले पर मंगलवार को अंतिम मुहर लग सकती है.
पार्टी, जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने, दुनियाभर में भारत के बढ़ते कद और राष्ट्रवाद के मुद्दों पर विपक्ष को घेरकर सूबे में बीजेपी ने अपनी ताकत को और बढ़ा लिया है. उधर शिवसेना ने अपने युवा चेहरे आदित्य ठाकरे को सूबे की सियासत में उतारने के लिये यात्रा का आयोजन कर पार्टी में नई जान फूंकने की कोशिश की है. शिवसेना ने अयोध्या में श्रीराम मंदिर और नये मोटर व्हीकल एक्ट जैसे मुद्दों को हाल के दिनों में हवा देकर सहयोगी बीजेपी पर खासा दबाव भी बढ़ाया है.
हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने बार-बार साफ किया कि महाराष्ट्र में बीजेपी की ही दोबारा सरकार बननी तय है. नई सरकार के मुखिया भी मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ही होंगे. हालांकि अब सवाल उठता है कि बीजेपी और शिवसेना के बीच इस गठबंधन में शामिल छोटे सहयोगी दलों का रुख और उन्हें मनाने का भी पेंच शिवसेना और बीजेपी गठबंधन को सुलझाने की चुनौती है. महाराष्ट्र में 21 अक्टूबर को मतदान है. 24 अक्टूबर को चुनावी नतीजे आने हैं.
Bureau Report
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