हरियाणा: हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019 में सत्ता की वापसी की बाट जोह रही कांग्रेस पार्टी के नेता और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने राज्य नेतृत्व में हुए परिवर्तन को देरी से लिया गया फैसला करार दिया है. मीडिया से एक्सक्लूसिव बातचीत में कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के नेता हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस हाईकमान द्वारा प्रदेश अध्यक्ष बदले जाने के फैसले में देरी हुई है. हालांकि हुड्डा ने आश्वासन दिया कि हरियाणा कांग्रेस में अब सबकुछ ठी है और कार्यकर्ताओं में जोश है.
भूपेंद्र हुड्डा ने कहा, ‘हरियाणा चुनाव में मुद्दे बहुत हैं. मौजूदा सरकार ने एक भी वायदा पूरा नहीं किया. ये लोग स्वामीनाथन आयोग को लागू नहीं करा पाये. किसानों से किया एक भी वायदा पूरा नहीं किया. हमारा 2005, 2009 का चुनाव घोषणा पत्र उठा कर देख लो, हमने किए हुए सभी वायदे पूरे किये. बीजेपी ने 2014 में किया कोई वायदा पूरा नहीं किया.’
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा में भ्रष्टाचार और बेरोजगारी एक बड़ा मुद्दा है. उन्होंने कहा, ‘ गरीब बच्चे, 10वीं पास, 8वीं पास खाली घूम रहे हैं. एमए, बी कॉम पानी पिला रहे हैं, चपरासी लग रहे हैं.’ हुड्डा ने मांग की कि सरकार व्हाइट पेपर लाये, कितने बच्चों की नौकरी लगवाई?
आने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस कितनी सीटें जीतेगी इस सवाल का जवाब हुड्डा ने जनता के हाथ में छोड़ दिया. उन्होंने कहा कि किसको कितनी सीट मिलेगी इसका फैसला जनता करेगी. लेकिन कांग्रेस को बहुमत मिलेगा, इस पर हम आश्वस्त हैं.
अशोक तंवर को हटाकर कुमारी शैलजा को हरियाणा कांग्रेस का अध्यक्ष बनाए जाने पर भूपेंद्र हुड्डा ने कहा, ‘फैसला थोड़ा डिले (देरी से) है, पहले होता तो और अच्छा होता.’ उन्होंने कहा कि 1-2 अक्टूबर तक उम्मीदवारों का ऐलान हो जाएगा. विनेवलिटी, जाति समीकरण मुख्य अधार रहेगा.’
जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने को लेकर कांग्रेस नेता ने कहा कि हमने इसका विरोध नहीं किया है. उन्होंने कहा, ‘ लोकसभा चुनाव में अगल मुद्दे थे, हरियाणा विधानसभा चुनाव में अलग मुद्दे हैं. यहां मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच है. जेपीपी और आईएनएलडी कहीं भी नहीं है.’
भूपेंद्र हुड्डा ने कहा, ‘खट्टर सरकार प्रकाश सिंह कमेटी की रिपोर्ट जारी करे, जिसने भी हरियाणा का नुकसान किया है. सरकार आने पर उसे दंडित करेंगे.’
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